आवाज़ ए हिमाचल
14 जनवरी।उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने उद्योग विभाग को राज्य में औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने के लिए विशाल भू-बैंक की तत्काल जरूरत है। भूमि हस्तांतरण के मामलों को शीघ्र निपटाने के लिए उचित प्रयास किए जाएं। उन्होंने प्राथमिकता के आधार पर इन्वेस्टमेंट ब्यूरो डॉक्यूमेंट तैयार करने के भी निर्देश दिए। शिक्षण संस्थानों से नियमित संवाद पर विशेष बल दिया जाए और युवाओं के लिए एंजल इन्वेस्टर फंड जुटाने का प्रयास किया जाए। मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने यहां राज्य की सभी औद्योगिक परियोजनाओं, खनन और हिमाचल प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास निगम (एचपीएसआईडीसी) की गतिविधियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के बाद बदलते वैश्विक परिदृश्य में विनिर्माण का एक बहुत बड़ा भाग चीन से विश्व के अन्य हिस्सों में स्थानांतरित हो रहा है।
चौहान ने कहा कि नीति समर्थन, जागरूकता और विस्तृत कार्यक्रमों के माध्यम से राज्य में ग्रामीण उद्यमों को प्रोत्साहित करने की संभावना भी तलाशी जाए। राज्य में स्टार्ट अप कार्यक्रमों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राज्य के अधिक से अधिक तकनीकी संस्थानों को जोड़ा जाए। खनन गतिविधियों की समीक्षा करते हुए उद्योग मंत्री ने राजस्व बढ़ाने और अवैध खनन गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए 15 दिन में स्पष्ट रूपरेखा तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने फील्ड अधिकारियों को निर्देश दिए कि राजस्व चोरी और अवैध खनन गतिविधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। निदेशक उद्योग राकेश कुमार प्रजापति इस दौरान मौजूद रहे।