आवाज़ ए हिमाचल
हमीरपुर। राजनीति में प्रवेश की चाह में हमीरपुर जिले के चिकित्सक पुष्पेंदर वर्मा ने भी सरकारी सेवा को अलविदा कहने का मन बना लिया। डाॅक्टर पुष्पेंदर वर्मा ने हिमाचल सरकार के स्वास्थ्य सचिव को पत्र लिखकर नौकरी छोड़ने के लिए जरूरी 3 माह का नोटिस दे दिया है। स्वास्थ्य सचिव को प्रेषित पत्र में डाॅक्टर वर्मा ने नौकरी छोड़ने के पीछे निजी एवं पारिवारिक कारणोंं का हवाला दिया है।
डाॅक्टर वर्मा ने 2003 में बतौर चिकित्सक स्वास्थ्य विभाग ने नौकरी ज्वाइन की थी और तब से लेकर वह जिला अस्पताल हमीरपुर में लगातार सेवाएं दे रहा था। वर्तमान में वह जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय में बतौर कार्यक्रम अधिकारी सेवाएं दे रहा था।
बतौर चिकित्सक सरकारी सेवा में सेवारत होने के बाद भी डाॅ. पुष्पेंदर वर्मा छुट्टी होने के बाद शहर के आसपास गांव में जाकर नि:शुल्क चिकित्सा शिविरों का आयोजन करता रहा। डाॅ. वर्मा के लगाए जाने वाले ये शिविर नियमित लगने लगे तो कुछ युवा इससे बहुत प्रेरित हुए और उन्होंने भी डाॅ. वर्मा के इस सेवा कार्य को आगे बढ़ाने के लिए डाॅ. पुष्पेंदर वर्मा फैन क्लब बना दिया। इसी फैन क्लब में हमीरपुर विस के सैंकड़ों युवा जुड़े हैं जो नियमित रूप से डा. वर्मा के इन नि:शुल्क चिकित्सा शिविरों का आयोजन करते हैं। फैन क्लब इस प्रकार के 2 हजार से अधिक कैंप हमीरपुर में लगा चुका है।
डाॅ. वर्मा ने पूछने पर इस्तीफे संबंधित नोटिस स्वास्थ्य विभाग को भेजने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि वह एक डाक्टर है, नौकरी छोड़ रहा हूं, लोगों की सेवा का कार्य चलता रहेगा। भले ही डाॅक्टर वर्मा ने इस्तीफे की पेशकश के पीछे निजी कारण बताएं हैं लेकिन इस्तीफे के पीछे की वजह राजनीति में भाग्य आजमाने की है। उन्होंने कांग्रेस से हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र से टिकट की मांग की है।