आवाज़ ए हिमाचल
ब्यूरो, ऊना। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि शांतिप्रय देवभूमि हिमाचल प्रदेश में कानून व्यवस्था की हालत बेहद खराब है। यहां सरकारी तंत्र पूरी तरह से चरमरा गया है। अपराधी बेखौफ व बेरोकटोक घूम रहे हैं। ऊना जिला अपराध की राजधानी में बदल गया है।
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने ऊना में पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि ऊना जिला में अपराधी, शूटर व गैंगस्टर दनदना रहे हैं। राजनीतिक संरक्षण में यह हालात पैदा हुए हैं, लेकिन प्रशासन के हाथ बांधे गए हैं और कोई माफिया पर कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं कर पा रहा। जिस दिन सीएम ऊना दौरे पर थे, उसी दिन खनन माफिया ने खनन का तांडव मचाया। जिससे जाहिर होता है कि सत्ता और माफिया में किस प्रकार गहरा रिश्ता है। जो लोग यह प्रचार कर रहे कि सीएम हमारे मित्र और हमारी जेब में हैं। वो अराजकता के लिए जिम्मेदार हैं।
अग्निहोत्री ने कहा कि 2 दिन में 6 नौजवानों की मौत हुई। एक सड़क हादसे और एक गोलीकांड में। सवाल नहीं पूछेंगे तो क्या करेंगे? क्या मुंह पर पट्टी लगा करके बैठ जाएं? हमारी सभी परिवारों के साथ गहरी संवेदनाएं हैं। जिला प्रशासन मौके पर पहुंचने की हिम्मत नहीं कर पाया। उन परिवारों का जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई हो नहीं सकती है। हम उन परिवारों के साथ खड़े हैं। हम दोनों घटनाओं की न्यायिक जांच की मांग कर रहे हैं। सरकार को इसकी घोषणा करनी चाहिए, जिससे सच्चाई सामने आ सके।
प्रदेश में लगभग 400 हत्याएं हो चुकी हैं। लगभग 1300 रेप और 2 हजार आत्म हत्याएं हो चुकी हैं, लेकिन सरकार खामोश है। हम बुलंद तरीके से आवाज उठा रहे हैं। कांगड़ा में पुलिस की कस्टडी में एक युवक की मृत्यु हुई। जब लोग गए तब जाकर कुछ पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर किया गया। ऊना में अनेक स्थानों पर गोलीकांड हुए हैं। संरक्षण करने वाले कौन हैं? कहा एक व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली, उसने नाम लिए हैं कि इनके कारण आत्महत्या कर रहा।
पुलिस प्रशासन ने उस पर कार्रवाई नहीं की। प्रदेश के हालात खराब किए जा रहे हैं। बॉर्डर पर सख्ती नहीं है। खनन माफिया को रोकने के लिए चेक पोस्ट बनाए गए हैं। उन पर एक भी गाड़ी नहीं चढ़ी है। जो बॉर्डर है, वहां से पुलिस हटा हटा ली गई है। देवभूमि में ऐसे कृत्य सहन नहीं किया जा सकता। इसलिए हम हर स्तर पर विरोध कर रहे और करते रहेंगे।