आवाज़ ए हिमाचल
जम्मू, 26 अप्रैल। असम, मनीपुर और नागालैंड से सशस्त्र बल विशोषाधिकार अधिनियम (AFSPA) को कम करने के सराकार के फैस्ले का रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में मौजूद सुरक्षाबल प्रदेश से आफस्पा का हटाने के पक्ष में हैं।
सिंह ने कहा, हमारे रक्षाबलों के तीन विंग चाहते हैं कि जितनी जल्दी हो सके जम्मू कश्मीर से आफस्पा को हटाया जाए। जम्मू कश्मीर में इस कानून को लगाने के पीछे हालात जिम्मेदार थे, सेना नहीं। उन्होंने कहा कि मनीपुर और नागालैंड के 15 पुलिस स्टेशनों से आफस्पा को हटाया जा चुका है।
सिंह ने कहा, यह अपने आप में प्र्याप्त है। क्षेत्र में शांति और स्थिरता के परिणामास्वरूप ही ऐसा हो पाया है। उन्होंने कहा कि हाल ही में असम के 23 जिलों से आफस्पा कानून को पूरी तरह से हटा दिया गया।
मंत्री ने कहा कि 1971 के युद्ध में देश के हर हिस्से से वीरों ने भाग लिया था। उन्होंने कहा कि हमे उन लोगों से प्रेरणा लेनी चाहिये जिन्होंने 1971 के युद्ध में हिस्सा लिया और देश के लिए कुर्बानी दी। उन्होंने कहा कि असम की सामाजिक शांति और सोहार्द को किसी भी कीमत पर टूटने नहीं दिया जाएगा। राजनाथ सिंह ने कहा कि देश के पीएम मोदी जी देश से आतंकवाद को समाप्त करन चाहते हैं और उतरी पूर्व प्रांत विकास की तरफ अग्रसर है।