आवाज़ ए हिमाचल
जीडी शर्मा,राजगढ़
17 अक्टूबर।राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ द्वारा अपना 96वांस्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया जिसमे सर्व प्रथम अस्त्र शस्त्र पूजन का कार्यक्रम हुआ जिसमें सैकड़ों राष्ट्रीय स्वयं संघ के कार्यकर्ताओ द्वारा पथ संचलन में भाग लिया गया।पथ संचलन में जहां संघ के कार्यकर्ताओं द्वारा अनुशासन देखा गया, वहीं बड़ी संख्या में राजगढ़ खंड के कार्यकर्ताओ ने भाग लिया।पथ संचलन कार्यक्रम गुरूकुल से आरंभ होकर राजगढ़ शहर की परिक्रमा करके गुरूकुल स्कुल में ही समाप्त हुआ।कार्यकर्ताओं द्वारा बौद्धिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया।इस मौका पर सह विभाग कार्यवाह कश्मीर सिह कपिल ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयं संघ राष्ट्र के सबसे बड़े संगठन में से एक हैं।राष्ट्रीय स्वयं संघ की स्थापना 1925 में हुई थी, जिसके बाद से लगातार यह संगठन समाज व राष्ट्र निर्माण के लिए लगातार प्रयासरत हैं।उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयं संघ का व्यक्ति चरित्र निर्माण में अहम योगदान देता है। क्योंकि राष्ट्रीय स्वयं संघ का कार्यकर्ता जहां बेहद अनुशासित होता है,वही राष्ट्र निर्माण में भी अपना त्याग करता है। जब राष्ट्र सुखी होगा तभी हम सुखी रहेंगे।उन्होंने कहा कि संघ जो कार्यकर्ता अपना समर्पण त्याग देने का भाव रखता है वही व्यक्ति ज्यादा समय तक रहता है।उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति संघ से लेने का भाव रखता है वह या तो संघ की विचारधारा से या तो हट जाता है या फिर परिपक्व होकर कुंदन बनकर आता है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय संघ के व्यक्ति समाजवाद राष्ट्र निर्माण का चिंतन करते हैं उनके लिए राष्ट्र सबसे पहले सर्वोपरी है। उन्होंने कहा कि आज हिंदू समाज को बलशाली बनाने की जरूरत है।इस मौका पर सुभाष ठाकुर खंड संघ संचालक ,समर सिह खंड कार्यवाह सुरजन सिह जिला ग्राम प्रमुख राजेश खंड प्रमुख पझौता विनोद राजगढ खंड बौदिक प्रमुख विकल्प, भरत,अजय,हिमाशू,बासु आदि उपस्थित रहे।