राजगढ़ के लिए खट्टा मीठा रहा 2021,अब 2022 चुनावी वर्ष पर टिकी उम्मीदें

Spread the love

आवाज़ ए हिमाचल

गोपाल दत्त शर्मा,राजगढ़
02 जनवरी।कोरोना के साए में वर्ष 2021 अलविदा हो गया और भाजपा सरकार के शासनकाल का चौथा वर्ष भी।नए वर्ष के आगाज़ संग जयराम सरकार का पांचवा यानि चुनावी वर्ष शनिवार से आरंभ हो गया। इस वर्ष पच्छाद निर्वाचन क्षेत्र को जहां बहुत कुछ नया मिला,वहीं बहुत सी घोषणाएं भी धरातल पर नही उतर पाई।वर्ष 2021 में नागरिक अस्पताल राजगढ़ में स्वास्थ्य सेवाओं ने बुलंदियों को छुआ और 7 विशेषज्ञ चिकित्सको की नियुक्ति संग यहां अल्ट्रासाऊंड के व अति आधुनिक एक्स रे मशीन की सुविधा लोगों को मिलने लगी।अस्पताल में आंखों के साथ अन्य शल्य चिकित्सा भी आरम्भ हो हुई,जिससे राजगढ़ ही नही रेणुका क्षेत्र के लोग भी लाभान्वित हो रहे है, लेकिन बीएम्ओ कार्यालय खोलने की अधिसूचना जारी होने के तीन माह बाद भी यह धरातल पर नजर नहीं आ पाया है। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने विकास के नाम पर इस वर्ष भी 90 करोड़ के शुभारंभ व 225 करोड़ रुपए के शिलान्यास किए। मुख्यमंत्री ने राजगढ़ की लम्बे समय से चली आ रही जल शक्ति विभाग के डिविजन की मांग को पूरा करने के साथ-साथ सराहं में लोक निर्माण व बिजली विभाग के दो डिविजन खोलने की घोषणा की।इसके अतरिक्त सराहं वासियों के लिए 100 बिस्तर का अस्पताल सभी पोस्ट सहित खोलने की स्वीकृती भी इसी वर्ष मिली।गागल शिकोर में लोक निर्माण विभाग का सब डिविजन तथा पीएचसी को नागरिक चिकित्सालय का दर्जा , नारग में 33 के वी सब स्टेशन व सोलन मीनस मार्ग को केन्द्रीय योजना में डालने सहित कई बड़ी घोषणाए 2021 में हुई ,लेकिन दूसरी तरफ पच्छाद में पूर्व में की गई अधिकतर घोषणाओं को वर्ष 2021 की समाप्ति तक भी अमलीजामा नही पहनाया जा सका।मुख्यमंत्री द्वारा साढ़े तीन वर्ष पूर्व राजगढ़ में पार्किंग के लिए किए गए बजट के प्रावधान के बाबजूद आज तक औपचारिकताये पुरी नही हो सकी। वर्ष 2018 के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा पार्किंग के साथ-साथ मिनी सचिवालय तथा एचआरटीसी का सब डिपो खोलने की घोषणा की गई थी, मिनी सचिवालय जहां तीन वर्षो से कागजों में ही लटका है वहीं राजगढ़ में एचआरटीसी का सब डिपो खोलने के बाबजूद सुविधाएं प्रदान नही की जा रही।इस डिपो से अभी तक लंबी दूरी की कोई बस सेवा आरंभ नही हो पाई।पूर्व खेल मंत्री गोविन्द ठाकुर ने भी अप्रैल 2018 में इंडोर स्टेडियम खोलने, लोक निर्माण विभाग व् वन विभाग विश्राम गृह में अतिरिक्त कमरों के निर्माण जैसी आधा दर्जन घोषणाएं की थी,लेकिन साढे तीन वर्ष बाद भी इन घोषणानाओ पर कोई कार्य नही आरंभ हुआ।इसी प्रकार ग्रामीण विकास मंत्री वीरेंद्र कंवर की राजगढ़ में खण्ड विकास कार्यालय के नये भवन बनाये जाने की घोषणा भी कागजों में सिमट कर रह गई । सड़को की दशा में सुधार अवश्य हुआ लेकिन पुरे पच्छाद निर्वाचन क्षेत्र की सड़कों को एनएच बनाने की घोषनाओ से लोग आज भी अपने आप को छला हुआ महसूस कर रहे है।इसी प्रकार राजगढ़ शहर के लिए 22 करोड़ की सीवरेज योजना अधिसूचना जारी होने के बाद भी कागजों तक सिमित है ।राजनितिक चर्चाओं पर बात की जाये तो कांग्रेस में दयाल प्यारी की एंट्री ने उथल पुथल मचा दी और हाईकमान द्वारा प्रदेश सचिव के पद से नवाजने का दिग्गज नेता गंगू राम मुसाफिर और पच्छाद ब्लाक कांग्रेस का शिमला में किया गया विरोध खबरों की सुर्खियाँ बना रहा। चुनावी वर्ष में यह गुटबाजी क्या गुल खिलायेंगी , राजनितिक गलियारो के साथ साथ आम जनता के लिए भी देखना रोचक रहेगा। दूसरी ओर भाजपा में भी समय समय पर पार्टी के लोग ही अपनी सरकार को घेर रहे है। सुरेश कश्यप का सांसद बनने के बाद राजगढ़ और पझोता क्षेत्र से दूरी बनाना भी पहेली बनता जा रहा है। देखना होगा कि वर्ष 2022 में कितनी घोषणाओं को कागजो से धरातल पर उतारा जाता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *