राजगढ़ का मेला खटटी-मीठी यादों के साथ संपन्न, कांग्रेस ने लगाए अव्यवस्था के आरोप, भाजपा ने किया खंडन

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आवाज़ ए हिमाचल 

राजगढ़, 18 अप्रैल। श्री शिरगुल देवता जिला स्तरीय  मेला राजगढ़ खटटी-मीठी यादों के साथ संपन हो गया। मगर अब मेले के आयोजन को लेकर भाजपा व कांग्रेस जुबानी जंग छिड़ गई है। कांग्रेस जहां मेले को मलेकर अव्यवस्था का आरोप लगा रही है वहीं भाजपा इन आरोपों को सिरे से नकार रही है। मेले की अव्यवस्थाओं को लेकर शिमला संसदीय क्षेत्र के पूर्व कांग्रेस प्रवक्ता संजीव शर्मा नीटू व पच्छाद कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजकुमार ठाकुर ने प्रेस वार्ता की तथा मेले के राजनीतिकरण और अव्यवस्थाओं पर अनेक सवाल खड़े किए गए है।

संजीव शर्मा ने बताया कि मेले का पूर्ण रूप से राजनीतिकरण कर दिया गया है। भाजपा के छुटभैया नेता मंच के सामने लगी कुर्सियां पर सबसे पहले आकर कब्जा कर लेते थे जिससे अनेक बार अधिकारियों को भी खड़े रहने की नौबत आ गई।

शर्मा ने बताया की अव्यवस्थाओं का आलम यह है कि नगर पंचायत के चुने पार्षदों को भी बैठने को सीट नहीं मिली । इनका कहना है कि स्वास्थ्य मंत्री प्रवास के दौरान राजगढ़ क्षेत्र की स्वास्थ्य व्यवस्था का जायजा लेते तीन वर्ष पहले सीएम द्वारा जो राजगढ़ अस्पताल को 100 बिस्तर बनाने की घोषणा की गई थी जोकि तीन वर्षो में धरातल पर नहीं उतरी पाई और फिर वही घोषणा स्वास्थ्य मंत्री कर गए। इस अस्पताल से पांच विशेषज्ञ चिकित्सक चले गए है और तीन माह बाद दो विशेषज्ञ चिकित्सक जाने की तैयार में हैं। स्थानीय विधायक क्षेत्र की स्वास्थ्य समस्याओं को मंत्री के समक्ष नहीं रख सकी । सात महीने पहले अधिसूचना जारी होने के बावजूद आज तक राजगढ़ में बीएमओ का पद नहीं भरा जा सका।

राजकुमार ठाकुर का कहना है कि ऐसा प्रतीत होता है कि लोकसभा सांसद एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुरेश कश्यप राजगढ़ की जनता से मुहं नहीं दिखा पा रहे हैं।सुरेश कश्यप मेले के दौरान सिर्फ लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह और शिरगुल मंदिर तक आए और वहीं से वापिस चले गए, जबकि उन्हें मेले में आना चाहिए था । इनका आरोप है कि सांसद बनने के उपरांत सुरेश कश्यप ने राजगढ़ की जनता से अपना नाता तोड़ दिया है जबकि लोगों ने मत देकर उन्हें बार विधायक और सांसद बनाया हैं ।

उन्होंने कहा कि  इसके मेले में सिफारिशों कलाकारों को सबसे ज्यादा मौका दिया गया जिनका संगीत से दूर दूर तक कोई नाता नहीं रहा कि जो मुख्य कलाकार पहले भी मेले में कई बार कार्यक्रम देते रहे उन्हीं कलाकारों को इस बार भी बुलाया गया और ना कोई आडिशन रखी गई और न ही भाषा विभाग अथवा लोक संपर्क विभाग के अधिकारियों को कलाकारों के चयन के लिए समिति में शामिल किया गया। सभी कलाकारों का चयन सिफारिशों के आधार पर होता रहा। सबसे अहम बात यह रही कि जब तक मुख्य कलाकार मंच पर आता तब तक रात्रि के 10 बज जाते थे। मेले में प्रेस दीर्घा में हर कोई बैठता रहा जिससे मिडिया कर्मियों को कवरेज करने में काफी दिक्कत पेश आई। मेले में पानी व सफाई व्यवस्था भी काफी चरमराई हुई थी। मेले में आने वाले लोगों के लिए परिवहन निगम द्वारा कोई भी स्पेशल बसें नहीं लगाई गई थी जिस कारण लोगों को वापिस घर जाने में काफी परेशानी पेश आई ।

वही भाजपा पच्छाद मण्डल ने शिरगुल देवता बैसाखी मेले के सफल आयोजन व मुख्य अतिथियों द्वारा की गई कई घोषणाओं पर जताया आभार। मण्डल अध्यक्ष सुरेंद्र नेहर, भाजपा कार्यसमिति सदस्य प्रताप ठाकुर, जिला परिषद सदस्य सतीश ठाकुर, भाजपा जिला महामंत्री बलदेव कश्यप, सुरेश ठाकुर, राजपाल ठाकुर आदि भाजपा नेताओं ने शिरगुल देवता बैसाखी मेले के सफल आयोजन के लिए क्षेत्र की जनता व स्थानीय प्रशासन को बधाई दी है।

उपरोक्त नेताओं ने कांग्रेस पच्छाद के नेताओं द्वारा मेले के राजनीतिकरण वाले बयान का खंडन भी किया है, जो कांग्रेस नेता मेले में सामने लगी कुर्सियों पर बैठने को लेकर सवाल कर रहे है उन्हें अपने गिरेबान में झांकना चाहिए कि वह खुद अपने बड़े नेताओं और वरिष्ठ लोगों को दरकिनार करके अपनी राजनीति चमकाने की कोशिश करते रहे है। मेले में सामने लगी कुर्सियां मेला कमेटी के सदस्यों व गणमान्य व्यक्तियों के लिए आरक्षित की जाती है। ओर जो कांग्रेस नेता ये आरोप लगा रहे है स्वयं उनके परिवार के लोग सामने ही बैठे थे लेकिन कांग्रेस नेता हिमाचल दिवस पर आम जनमानस के लिय हुई घोषणाओं व मेले में की गई घोषणाओं से बोखलाहट में है और इस तरह के बेबुनियाद अनाप शनाप बयानबाजी कर रहे है। भाजपा पच्छाद मण्डल इस शिरगुल देवता बैसाखी मेले में कांग्रेस द्वारा की जा रही ओछी राजनीति की कड़ी निंदा करती है। इस मेले के अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री राजीव सहजल , भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व सांसद सुरेश कश्यप , विधायक रीना कश्यप, कृषि विपणन बोर्ड अध्यक्ष बलदेव भंडारी द्वारा की गई अनेकों घोषणाओं के लिए आभार प्रकट किया है । जिसमें  शिरगुल बैसाखी जिला स्तरीय मेले को राज्य स्तरीय घोषित करवाना, शिरगुल देवता के मंदिर परिसर के निर्माण व सुधार हेतु 20 लाख नेहरू ग्राउंड के सुधार हेतु 5 लाख , सब्ज़ी मंडी राजगढ़ के लिये 1 करोड़ , एक दर्जन विभिन्न सड़को के लिए 50 लाख , राजगढ़ अस्पताल में शीघ्र 100 विस्तरों की सुविधा करना व शीघ्र ही विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति करना ,खण्ड चिकित्सा अधिकारी राजगढ़ का शीघ्र ही शुभारंभ करना आदि है । इन सभी चीजों के लिये भाजपा पच्छाद मण्डल व क्षेत्र की जनता ने स्वास्थ्य मंत्री राजीव सहजल , सांसद सुरेश कश्यप , विधायक रीना कश्यप व कृषि विपणन बोर्ड अध्यक्ष बलदेव भंडारी का आभार प्रकट किया है।

आम लोगों ने भी दी प्रतिक्रिया 

भाजपा व कांग्रेस ही नहीं आम आदमी भी मेले पर अपनी प्रतिक्रिया देने लगे हैं। लोगों का कहना है प्रशासन व कमेटी द्वारा भी मेले को आकर्षक बनाने के लिए पर्याप्त इंतजाम किये गये, लेकिन इस बार सिफारिशी कलाकारों को अवसर देने के चक्कर में उम्दा कलाकारों को पर्याप्त समय ही नहीं मिल पाया। सोशल मिडिया पर अंतिम संध्या को वाह की जगह आह करार दिया गया और अधिकतर लोगो ने निराशा प्रकट की।

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