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कोहली, शाहपुर। राजकीय अध्यापक शिक्षा महाविद्यालय धर्मशाला में सोमवार को 6 दिवसीय प्रेरण प्रशिक्षण कार्यक्रम का विधिवत् शुभारम्भ किया गया। उद्घाटन सत्र के अवसर पर महाविद्यालयों में नव नियुक्त हुए सहायकाचार्यों का मार्गदर्शन करते हुए अतिरिक्त निदेशक, उच्चतर शिक्षा, हि.प्र., डॉ. अतीश मिश्रा ने कहा कि 6 दिवसीय यह प्रशिक्षण कार्यक्रम नवनियुक्त सहायकाचार्यों के लिए बहुत उपयोगी सिद्ध होने वाला है। शिक्षकों को लेकर अपना वक्तव्य रखते हुए उन्होंने कहा कि शिक्षक ही राष्ट्र का आधार है। उसके चिन्तन व कार्यशैली द्वारा ही समाज की दिशा व दशा का सृजन होता है। इसलिए शिक्षकों को चाहिए कि वे ईमानदारी के साथ अपने दायित्व का निर्वहन करते हुए राष्ट्रोत्थान में अपनी भूमिका निभाएँ, उन्होंने सभी प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण की अग्रिम शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि हमें प्रशिक्षण कार्यक्रम में विभिन्न विषयों के व्याख्यानों को गम्भीरता पूर्वक समझना चाहिए, जिनकी अध्यापन के साथ जानकारी होना आवश्यक है। सत्रोपरान्त अतिरिक्त निदेशक ने महाविद्यालय के स्टाफ के साथ भी लघु उपवेशन किया, जिसमें उन्होंने महाविद्यालय की प्रचलित गतिविधियों व भावी योजनाओं के विषय में जानकारी ली। प्रशिक्षण के उद्घाटन सत्र में प्रशिक्षुओं व महाविद्यालय के स्टाफ का मार्गदर्शन करने पर प्राचार्या, प्रो. आरती वर्मा ने अतिरिक्त निदेशक महोदय का विशेष धन्यवाद व्यक्त किया, और आशा की है कि आपके सौजन्य से महाविद्यालय के रूके हुए विकासात्मक कार्य शीघ्र पूर्ण होंगे।
प्रशिक्षण प्रभारी (कॉलेज कैडर) डॉ. चारू शर्मा ने बताया कि 31 जुलाई से 05 अगस्त, तक चलने वाले इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में चम्बा, काँगड़ा, हमीरपुर, मण्डी, कुल्लू और लाहौल-स्पीति इन 6 जिलों से विभिन्न विषयों के नव नियुक्त 64 सहायकाचार्य, भाग ले रहे हैं, जिन्हें प्रतिदिन चार सत्रों में विभाजित दिनचर्या में अनुभवी विषय विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षण जा रहा है। कार्यक्रम समन्वयक डॉ. युवराज पठानिया द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित समस्त गणमान्य व्यक्तियों व प्रशिक्षुओं का स्वागत-अभिवादन कर प्रशिक्षण कार्यक्रम की रूपरेखा व्यक्त की गई।