आवाज़ ए हिमाचल
अभिषेक मिश्रा ( बिलासपुर )
30 दिसंबर। वन एवं युवा सेवाएं तथा खेल मंत्री हिमाचल प्रदेश सरकार राकेश पठानिया ने बताया कि सांसद खेल महाकुंभ प्रतियोगिता को प्रतिभा खोज के रुप में जनवरी माह में पूरे प्रदेश में आरम्भ किया जाएगा ताकि पूरा प्रदेश केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर की सोच का लाभ उठा सके। बिलासपुर सदर में खेल महाकुंभ का शुभारम्भ करते हुए उन्होंने बताया कि महाकुंभ के दौरान प्रतिभावान खिलाड़ियों की खोज कर उन्हें राज्य सरकार की खेल अकादमियों में बेहतर प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के स्वर्णिम 50 वर्ष को भी इस आयोजन के साथ जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि सदर विधानसभा क्षेत्र बिलासपुर की 154 टीमें इस प्रतियोगिता में भाग ले रही है जिसमें प्रति पंचायत से 6 से 7 टीमें भाग ले रही है। खेल महाकुंभ में क्रिकेट, कब्बड़ी, बाॅस्किटबाॅल, फुटबाॅल, वाॅलीबाॅल, कुश्ती तथा एथेलेक्टिस की 100/200/400/1600 मिटर की दौड़ प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी।
इन प्रतियोगिताओं में 1 करोड़ की राशि के पुरस्कार विजेताओं में वितरित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि जनवरी, 2022 सेे इसे और अधिक परिष्कृत रुप से कांगड़ा, मण्डी व शिमला संसदीय क्षेत्र में भी आरम्भ कर पूरे प्रदेश में खेल महाकुंभ को आयोजित किया जाएगा व छुपी हुई प्रतिभा को पहचान की जाएगी। उन्होंने बताया कि बिलासपुर के लोग बहुत किस्मत वाले है क्योंकि यहां के सांसद अनुराग ठाकुर केन्द्रीय मंत्री है तथा भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा भी बिलासपुर के निवासी है। इन दोनों के प्रयासों से ही बिलासपुर विकास के नए आयाम हासिल कर रहा है। बिलासपुर में हाईड्रो इंजीनियरिंग काॅलेज, एम्स जैसे बड़े संस्थान आरम्भ किए गए है। उन्होंने हिमाचल की पहली बार रणजी ट्राॅफी जितने वाली क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों को बधाई दी तथा कहा कि प्रदेश सरकार उन्हें सम्मानित करने के लिए एक कार्यक्रम आयोजित करेगी। उन्होंने कहा कि इस विजय से राज्य का नाम ऊंचा हुआ है तथा राज्य सरकार टीम के प्रदर्शन से बहुत प्रभावित व प्रसन्न है।
उन्होंने इस उपलब्धि पर केन्द्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर व हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन को बधाई दी। उन्होंने खिलाड़ियों को सम्बोधित करते हुए विजेता खिलाड़ियों को बधाई दी तथा बाकी खिलाड़ियों को निराश न होकर कड़ी मेहनत कर आगे बढ़ने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि खेल महाकुंभ के माध्यम से बेहतरीन खिलाड़ियों की पहचान कर उन्हें राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर की स्पर्धाओं के लिए तैयार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बिलासपुर सदर विधायक द्वारा गोविंद सागर झील में जल क्रिडाओं के उद्देश्य से 10 जैटीज व स्कूटर की मांग की गई थी जिसका प्रस्ताव स्वीकृति के लिए केन्द्र को भेज दिया गया है। सदर विधायक सुभाष ठाकुर ने कहा कि बिलासपुर को खेलों का मक्का कहा जाता है तथा सौभाग्य से बिलासपुर के लुहणू मैदान में जल, थल व नभ तीनों तरह के खेलों का आयोजन किया जाता है। लुहणू के खेल मैदान में 8.50 करोड़ की लागत से अंतरराष्ट्रीय स्तर का रैसिंग ट्रैक का शीघ्र ही लोकर्पण किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि भारत देश गांव में बसता है और गांव की प्रतिभा को निखारने के लिए ऐसे आयोजन महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं । उन्होंने कहा कि अब बिलासपुर का विकास आरम्भ हो चुका है। एम्स व हाईड्रो इंजीनियरिंग काॅलेज खुलने के पश्चात पर्यटन की दृष्टि से बिलासपुर को विकसित करने के प्रयास किए जा रहे है। सांडू मैदान में गोविंद सागर झील में 101 मंदिर को पुनः स्थापित करने के लिए भाषा एवं संस्कृति विभाग को भूमि चयनित कर दी गई है जिसका जल्द ही शिलान्यास कर दिया जाएगा। इस अवसर पर सांसद खेल महाकुंभ के सह संयोजक नरेन्द्र अत्री, बिलासपुर क्रिकेट महासंघ के महासचिव विशाल जगोता, जिला परिषद अध्यक्ष मुस्कान, नगर परिषद अध्यक्ष कमलेन्द्र कश्यप, जिला भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र सांख्यान, जिला भाजपा महामंत्री आशीष ढिल्लो, मण्डल महामंत्री पवन ठाकुर, सदर युवा मोर्चा अध्यक्ष विनोद ठाकुर, क्रिकेट संघ के सचिव सुमित शर्मा, प्रेम ठाकुर, सीता धीमान, सहायक आयुक्त सिद्धार्थ आचार्य सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।