10 अप्रैल को सोलन में माधव योगाश्रम की आधार शिला रखेंगे राज्यपाल
आवाज़ ए हिमाचल
शांति गौतम, बीबीएन।
5 मार्च। योग भारती का केंद्रीय प्रतिनिधमंडल संस्थापक श्रीनिवास मूर्ति के तत्वाधान में राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ अर्लेकर से शिमला में मिला तथा पिछले 3 वर्षों के दौरान योग एवं भारतीय चिकित्सा पद्दतियों के विस्तार में किये गये कार्यों का विस्तार से विवरण किया।
जानकारी देते हुए श्रीनिवास मूर्ति एवं अध्यक्ष मीनाक्षी ने बताया कि योग भारती परिवार विगत 3 वर्षों से योग, आसन, प्राणायाम, मुद्रा विज्ञान, एक्यूप्रेशर, एक्यूपंक्चर, न्यूरोथेरपी, फिजियोथेरेपी, लीज थेरेपी, प्राकृतिक चिकित्सा, जड़ी बूटी ओषधि आदि परंपरागत भारतीय चिकित्सा प्रणालियों के विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत है। और हिमाचल में 250 से अधिक इकाइयों के साथ 1000 परिवारों को जोड़कर घर घर तक योग शिक्षक पहुंचाने के मकसद से योग शिक्षक तैयार किये जा रहे हैं।
राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ अर्लेकर ने बड़ी उत्सुकता पूर्वक योग के विस्तार में किये जा रहे कार्यों को सुना तथा योग भारती की प्रशंसा करते हुए कहा कि योग एवं भारतीय चिकित्सा के विस्तार में योग भारती परिवार बहुत ही उत्कृष्ट कार्य कर रही है और आने वाला समय होलोस्टिक चिकित्सा का है क्योंकि वर्तमान समय में अधिकतर लोगों का विश्वास परंपरागत भारतीय प्रणाली की ओर बढ़ा है। इसलिए योग भारती के प्रयास बहुत ही सराहनीय है। उन्होंने योग भारती परिवार को हर सम्भव सहयोग देने की भी प्रतिबद्धता प्रकट की।10 अप्रैल को राम नवमी के अवसर पर माधव सृष्टि परिसर, गण के सेर नजदीक सोलन में प्रदेश के राजयपाल माधव योगाश्रम का नीव पत्थर रखेंगे।
गौरतलब है कि माधव सृष्टि परिसर सोलन में उत्तर भारत का विशाल स्वास्थ्य का तीर्थ क्षेत्र स्थापित किया जा रहा है। जहां एक ही स्थान पर गौ संरक्षण एवं संवर्धन, योग, एक्यूप्रेशर, न्यूरोथेरपी, जड़ी बूटी चिकित्सा का प्रशिक्षण दिया जा रहा है जिससे लोग घर पर ही घरेलू उपचार पद्दति से स्वयं अपनी चिकित्सा कर सकें। इससे उनकी आर्थिकी भी मजबूत होगी और देश के प्रधानमंत्री का कथन आत्म निर्भर भारत का सपना भी साकार होगा।
इस अवसर पर योग भारती हिमाचल के संस्थापक श्रीनिवास मूर्ति,, सचिव रजत, योग शिक्षक प्रमुख ठाकुर किशोर योगी, संयोजक डॉ विकास नड्डा, डॉ अनिता गौतम, डॉ अभिमन्यु शर्मा, केवल शर्मा आदि गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।