आवाज़ ए हिमाचल
अभिषेक मिश्रा ( बिलासपुर )
10 जनवरी। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग सदर ब्लॉक मारकंड के सौजन्य से डॉक्टर कुलदीप ठाकुर खण्ड चिकित्सा अधिकारी के दिशा निर्देश में सोमवार को एड्स जागरूकता शिविर का आयोजन रिजवान शेख की अध्यक्षता में यूको बैंक जुखाला में किया गया। जिसमें हेल्थ एजुकेटर विजय कुमारी ने एचआईवी/ एड्स पर विस्तार से जानकारी प्रदान की। उन्होंने बताया कि एचआईवी (HIV) संक्रमण के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल 1 दिसंबर 31 दिसंबर तक मनाया जाता है लेकिन हिमाचल सरकार की स्वर्णिम जयंती के उपलक्ष में इस साल 11 जनवरी 2022 तक वर्ल्ड एड्स डे कैंपेन के रूप में मनाया जा रहा है । एड्स एचआईवी इंफेक्शन से होने वाली गंभीर बीमारी है।
एड्स यानी एक्वायर्ड इम्यून डेफिशिएंसी सिंड्रोम के नाम से जानते हैं।इसमें जानलेवा इंफेक्शन व्यक्ति के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यून सिस्टम) पर हमला करता है जिसकी वजह से शरीर सामान्य बीमारियों से लड़ने में सक्षम नहीं हो पाता। हेल्थ एजुकेटर ने इस वर्ष के थीम पर भी विशेष चर्चा की। विश्व एड्स दिवस के लिए इस वर्ष की थीम है- ‘असमानताओं को समाप्त करें, एड्स का अंत करें। एड्स मुख्यता चार प्रकार से फैलता है, जैसे कि असुरक्षित यौन संबंध, संक्रमित सुई व नीडल्स से, संक्रमित रक्त के चढ़ाने से, संक्रमित मां से बच्चे को एच- आईवी / एड्स से बचने के उपाय-जीवनसाथी के प्रति वफादार रहें।
रक्त चढ़ाने से पहले रक्त की जांच अवश्य कर लें रक्त एचआईवी नेगेटिव होना चाहिए, डिस्पोजेबल प्रिंसेस नीडल का प्रयोग करें व हर गर्भवती माता का गर्भधारण के पहले ही महीने में एचआईवी के लिए रक्त परीक्षण किया जाना चाहिए ताकि उसके होने वाले बच्चे को एचआईवी संक्रमण से बचाया जा सके। यह परीक्षण ग्रामीण स्तर तक स्वास्थ्य उपकेंद्र भी किया जाता है।एचआईवी एड्स से प्रभावित बच्चों को 18 वर्ष तक की आयु तक सरकार की तरफ से सहायता राशि भी दी जाती है। हेल्थ एजुकेटर मस्त राम ने सभी लोगों को करोना, वैक्सीनेशन का महत्व , करोना कैसे फैलता है ,इस बीमारी से बचने के उपायों की भी जानकारी भी दी गई ।