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शांति गौतम, बीबीएन/चंडीगढ़। हिमाचल प्रदेश के मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने चण्डीगढ़ में हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल तथा पंजाब के मुख्य सचिव अनुराग वर्मा के साथ विभिन्न द्विपक्षीय मामलों पर विस्तृत चर्चा की।प्रबोध सक्सेना ने संजीव कौशल के साथ द्विपक्षीय हित के विभिन्न मामलों पर विचार-विमर्श किया। उन्होंने मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू की ओर से हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का आपदा के समय हिमाचल की सहायता करने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ क्षेत्र के शीतलपुर से हरियाणा के नवांनगर तक सम्पर्क मार्ग के निर्माण पर चर्चा की। इस मार्ग का दो किलोमीटर हिस्सा हरियाणा की सीमा में आता है। उन्होंने हरियाणा के मंढावाला से बीबीएन क्षेत्र के बरोटीवाला तक मार्ग की शीघ्र मरम्मत के विषय पर भी चर्चा की।प्रबोध सक्सेना ने कहा कि मंढावाला-बरोटीवाला मार्ग बीबीएन क्षेत्र में स्थानीय लोगों एवं उद्योगों के लिए महत्त्वपूर्ण सड़क है। इसके माध्यम से हिमाचल के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र में कच्चे माल एवं तैयार उत्पाद का परिवहन होता है।
उन्होंने गुरु गोरखनाथ मंदिर से बीबीएन क्षेत्र के झाड़माजरी तक शाहपुर मार्ग, जोकि हरियाणा का एक ग्रामीण मार्ग है, की मरम्मत एवं रख-रखाव के संबंध में भी चर्चा की। प्रबोध सक्सेना ने खुड्डा लाहौरा-प्रेमनगर कोना मार्ग के हरियाणा की सीमा में आने वाले हिस्से के सुदृढ़ीकरण तथा बीबीएन क्षेत्र के कालुझिंडा से कालका मार्ग की जल्द मरम्मत के विषय पर भी चर्चा की। प्रबोध सक्सेना ने बद्दी-चण्डीगढ़ रेल मार्ग के निर्माण पर भी विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा कि यह रेल मार्ग सम्पूर्ण क्षेत्र के लिए वरदान साबित होगा। उन्होंने हरियाणा के मुख्य सचिव को हरियाणा के मंढावाला में कबाड़ के भण्डारण के मामले से भी अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि इस कारण पूरे क्षेत्र में पर्यावरण को क्षति पहुंच रही है।
मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश का बीबीएन क्षेत्र देश का एक महत्त्वपूर्ण औद्योगिक क्षेत्र है और इस क्षेत्र को एशिया के फार्मा हब के रूप में जाना जाता है। उन्होंने कहा कि यहां स्थापित उद्योग हिमाचल के साथ-साथ देश विदेश में जीवन रक्षक दवाओं की आपूर्ति कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के लिए विभिन्न सड़कों एवं सम्पर्क मार्गों का अच्छी स्थिति में होना समूचे क्षेत्र के लिए लाभदायक रहेगा। इसके उपरांत प्रबोध सक्सेना ने पंजाब के मुख्य सचिव से दोनों राज्यों के हितों को लेकर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने नालागढ़ से सिस्वां तक पंजाब राज्य के लखनपुर, झीरा, तारापुर, माझरी-पखाली वाया काकोट मार्ग के निर्माण पर भी चर्चा की। उन्होंने खुड्डा लाहौरा (पीजीआई) से राष्ट्रीय राजमार्ग 105 पर कोना तक मार्ग के निर्माण पर भी चर्चा की। यह मार्ग पंजाब के एकाधिकार क्षेत्र में आता है। मुख्य सचिव ने सिस्वां-नवांनगर मार्ग (पंजाब क्षेत्र) को चौड़ा करने, नालागढ़ तथा भरतगढ़ को जोड़ने वाले दभोटा पुल की मरम्मत तथा बहाली एवं हिमाचल प्रदेश के शीतलपुर से पंजाब के मिर्जापुर तक नए मार्ग के निर्माण के मामले पर पंजाब के मुख्य सचिव को अवगत करवाया।
प्रबोध सक्सेना ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ औद्योगिक क्षेत्र में हिमाचल प्रदेश के साथ-साथ पड़ोसी राज्य सहित देश के अन्य राज्यों से श्रम शक्ति कार्य करने आती है। उन्होंने कहा कि बेहतर सम्पर्क मार्ग एवं परिवहन सुविधा से सभी के समय और धन की बचत होती है। उन्होंने कहा कि देश की आर्थिकी में सकारात्मक योगदान के लिए समन्वित प्रयास आवश्यक है। हरियाणा एवं पंजाब के मुख्य सचिवों ने कहा कि विभिन्न विपक्षीय मामलों पर समुचित कार्यवाही की जाएगी। बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ललित जैन ने कहा कि पहली बार इस तरह की बैठक का आयोजन कर विभिन्न विपक्षीय मामलों पर सारगर्भित चर्चा की जा रही है।
बैठक में उपायुक्त सोलन मनमोहन शर्मा, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बद्दी मोहित चावला, लोक निर्माण विभाग सोलन वृत्त के अधीक्षण अभियंता अजय शर्मा, उत्तर रेलवे के मुख्य परियोजना प्रबंधक अजय वार्ष्णेय, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के क्षेत्रीय कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी तथा हरियाणा एवं पंजाब के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।