आवाज़ ए हिमाचल
18 जून । कोरोना महामारी के बीच ब्लैक फंगस ने देश में अपने पैर पसार दिए हैं । यह फंगस अब बच्चों को भी अपनी चपेट में लेने लग पड़ा है। मुंबई के अलग-अलग अस्पतालों में चार साल से 16 साल तक के बच्चों में ब्लैक फंगस पाया गया है। ऐसे मामलों में 14 साल की एक बच्ची की एक आंख निकालनी पड़ी जबकि एक दूसरे केस में 16 साल की बच्ची के पेट के हिस्से में ब्लैक फंगस पाया गया। दोनों बच्चियों का इलाज मुंबई के फ़ोर्टिस अस्पताल में हुआ।
अस्पताल के सीनियर कंसल्टेंट-पीडियाट्रीशियन डा. जेसल शाह के अनुसार दूसरी लहर में हमने इन दो बच्चियों में ब्लैक फंगस देखा है। दोनों को डायबटीज था। जब बच्ची उनके पास आई तो 48 घंटों में उसकी आंख एकदम काली हो गई। फंगस नाक, आंख, सायनस में यह फैला हुआ था । बच्ची का इलाज छह हफ्ते का इलाज चला लेकिन उसकी आँख चली गई।