आवाज ए हिमाचल
29 जनवरी। कोरोना संकट को देखते हुए प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने बच्चों के लिए दोपहर भोजन बनाने वाले वर्करों को खुद के पूर्ण स्वस्थ होने की सेल्फ डिक्लेरेशन देने के बाद ही स्कूलों में प्रवेश देने का फैसला लिया है। वीरवार को जारी एसओपी में प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने जिला और ब्लॉक स्तर के शिक्षा अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि दोपहर भोजन बनाने के लिए आने वाले वर्कर कोरोना संक्रमित नहीं होने चाहिए।
स्कूल में आने से पहले उनसे खुद के और परिवार के लोगों के पूर्ण रूप से स्वस्थ होने का सेल्फ डिक्लेरेशन लिया जाए। थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही उनकों स्कूल में प्रवेश दिया जाए। वर्करों का तापमान रोजाना नोट किया जाए। प्रारंभिक शिक्षा निदेशक शुभकरण सिंह ने कहा है कि दोपहर भोजन बनाने वाले वर्कर नेल पॉलिश या आर्टिफिशियल नाखून न लगाएं। भोजन बनाते समय घड़ी, अंगूठी, चूड़ियों और अन्य प्रकार की ज्वेलरी का प्रयोग न करें।भोजन बनाने वाले स्थान में सफाई रखी जाए। बच्चों को उचित दूरी में बिठाया जाए। अगर पांचवी और आठवीं कक्षा के विद्यार्थी अधिक हैं तो उन्हें अलग-अलग समय पर उचित शारीरिक दूरी बनाते हुए भोजन परोसा जाए। भोजन बनाने वाले वर्कर अपने सिर को पूरी तरह से ढक कर रखें।