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चंबा। मिंजर मेले की पहली सांस्कृतिक संध्या इंडियन आइडल विजेता और प्ले बैक सिंगर सलमान अली के नाम रही। उन्होंने मेरे रश्के कमर, तुम्हे दिल्लगी भूल जानी पड़ेगी मोहब्बत की राहों में आकर तो देखो, भीगी-भीगी रातों में आओ ना, दिल संभल जा जरा, गुलाबी आंखें जो तेरी देखीं, मस्त-मस्त दो नैण और किथे चली है गीत से समां बांधा।
पहली सांस्कृतिक संध्या में मुख्य सचेतक एवं भटियात विधायक बिक्रम सिंह जरयाल बतौर मुख्यातिथि मौजूद रहे। इस दौरान उपायुक्त डीसी राणा ने उन्हें चंबा थाल देकर सम्मानित किया।
इससे पहले चंबा के लोक गायक काकू राम ठाकुर ने चंबयाली गीत दिलदारा गीत के साथ कार्यक्रम की शुरूआत की। इसके बाद नॉन स्टॉप पहाड़ी और पंजाबी गीतों की बौछार करते हुए चिल बढी कमलो, बिमलो ता रोई, इशक ता गिरदा पैंदा, मितरां दा ना चलदा आदि से समा बांधा। जितेंद्र पंकज शर्मा ने तेरी मेरी ढिकलू री जोड़ी, गागर भरी दे, कर्मुओ छैला और चांदनी री रात गीतों से लोगों का मनोरंजन किया और खूब वाहवाही बटोरी। मेेले की पहली सांस्कृतिक संध्या का आगाज रोशन लाल एंड पार्टी ने मुसादा गायन से हुआ।
इसके बाद नीतिका ठाकुर, राजेंद्र ठाकुर ने कार्यक्रम में समा बांधा। उन्होंने धूड़ू नचया गीत से कार्यक्रम की शुरूआत की। इसके अलावा मेले की पहली संध्या में चंबा की मोक्षिता ने सोलो डांस प्रस्तुत किया। शाम सात बजे अजीत भट्ट एंड पार्टी ने कुंजड़ी मल्हार की प्रस्तुति दी। अप्रूवा ने सोलो सांग, सिमरन ने डांस, अक्षय और निशांत ने गीत प्रस्तुत किया। कर्मो भारद्वाज ने पहाड़ी गीत गाया।
खुशी शर्मा ने डांस, आकृति डांस ग्रुप ने वाहवाही लूटी। इसके साथ संजना, रमेश कुमार, दुर्गेश ठाकुर, डल्हौजी के तिलक राज, नीतिका ठाकुर, पंजाब स्टेट के आर्यन सचिन, कांगड़ा से नवीन कुमार और तीसा से चमन सोनी ने प्रस्तुति दी। इसके आलावा चंबा के परवाना ने वाद्ययंत्र से समा बांधा।