मुख्य न्यायधीश को लिखा पत्र, मामले में राजनीतिक बयानबाजी पर रोक लगाने की लगाई गुहार
आवाज़ ए हिमाचल
शिमला, 5 जुलाई। हिमाचल की राजनीति में इन दिनों गुड़िया मामला सुर्खियों में बना हुआ है। हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के बयान बाद भाजपा ने इस मामले को और उछाल दिया है और आरोप व प्रत्यारोप की राजनीति शुरु हो गई है।
इसी बीच गुड़िया की मां ने हिमाचल हाईकोर्ट के मुख्य न्यायधीश को पत्र लिख कर इस मामले में हो रही राजनीतिक बयानबाजी पर रोक लगाने की गुहार लगाई गई है। मदद सेवा ट्रस्ट के माध्यम से गुड़िया की मां ने इस मामले को न्यायालय में विचाराधीन बताते हुए मुख्य न्यायधीश से इसपर आ रहे बयानों पर रोक लगाने को कहा है। उन्होंने लिखा है कि हिमाचल प्रदेश के बहुचर्चित गुड़िया दुराचार एवं हत्या मामले को चुनावी माहौल गर्माते ही एक बार फिर से राजनीतिक बयानबाजी का मुद्दा बनाया जा रहा है। यह नैतिक आधार पर गलत है।
पत्र में लिखा है कि गुड़िया की मां ने जून 2020 में सर्वोच्च न्यायालय में इस मामले की एक बार फिर से जांच की अपील की थी और सर्वोच्च न्यायालय ने 2020 में उक्त जायज अपील के आधार पर हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट में इस मामले को न्याय के लिए भेज दिया था ताकि उन्हें बार-बार दिल्ली न जाना पड़े। तब से यह मामला हिमाचल हाईकोर्ट में है और न्यायिक प्रक्रिया चल रही है।
पिछले कुछ दिनों से चुनावी माहौल के चलते उक्त मामले को राजनीतिक बयानबाजी का मुद्दा बना दिया गया है, जिससे गुड़िया माता पिता भी नाराज है और प्रदेश की जनता भी। इसके अलावा गुड़िया, जिसे अभी भी इंसाफ का इंतजार है, की आत्मा भी इस तरह के राजनीतिक बयानों से खुश नहीं होगी। मां ने मुख्य न्यायधीश से आग्रह किया है कि उक्त विचाराधीन मामले पर न्यायिक आदेश से त्वरित प्रभाव से रोक लगाई जाए और इस तरह की बयानबाजी करने वाले लोगों पर भी कड़ी कार्रवाई की जाए।