आवाज ए हिमाचल
04 मार्च। अस्पतालों में अपनी सेवाएं दे रहे फार्मासिस्टों ने सरकार पर उनके हितों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाते हुए रोष प्रकट किया है।उनका कहना है कि जो उनकी जायज मांगे है, उनके बारे में विचार तक नहीं किया जा रहा है।फार्मासिस्ट जिला कांगड़ा के अध्यक्ष भारत भूषण ने हिमाचल प्रदेश सरकार, मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश व स्वास्थ्य मंत्री से मांग की है कि फार्मासिस्टों का पदनाम फर्मासिस्ट की जगह फार्मेसी अधिकारी घोषित किया जाए व साथ ही पदोन्नती चैनल को शुरू किया जाए।
इस मौके पर अमित शर्मा ने कहा कि फार्मासिस्ट वर्ग कोविड समय में अपनी दैनिक ड्यूटी के सा़थ कोविड टेस्ट लेना,कोविड मरीजों को दवाई देना,उनकी रिपोर्टिंग देना,डूयूएमएस कार्य करना, रोगी कल्याण समिति व एनटीइपी में डोटस जैसे कार्य को बखुवी निभा रहे है।बैठक के दौरान अमित शर्मा,भारत भूषण,कुशल रजनी, शशीवाला,विनोद कुमार व विनोद सिंह ने सरकार से मांग की है कि जल्द उनका पदनाम को बदलकर फार्मेसी अधिकारी किया जाए व साथ ही फार्मेसी भत्ता भी प्रदान किया जाए।अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो फार्मासिस्ट वर्ग काले विल्ले लगाकर विरोध करेगा,फिर भी मांगों को नहीं माना जाता है तो पेन छोड अंदोलन करने को मजबूर हो जाऐंगे।