आवाज ए हिमाचल
सुमित शर्मा,परवाणू
03 अक्टूबर।प्रदेश महिला आयोग जेंडर सेंसिटाईजेशन को लेकर स्कूली बच्चों को जागरूक करेगा। इसकी शुरुआत परवाणू के आनंद स्कूल से की गई है। सोमवार को स्कूल में आयोजित एक वर्कशॉप से इस प्रदेश स्तरीय अभियान की शुरुआत की गई, जिसकी अध्यक्षता प्रदेश महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ डेज़ी ठाकुर ने की। इस अवसर पर प्रदेश महिला आयोग की मेंबर सेक्रेटरी बुशरा अंसारी सिंह, लॉ ऑफिसर अनुज वर्मा, आनंद स्कूल परवाणू की प्रिंसिपल ऊषा कौशिश, प्रतीची सूद, दीप्ति तनेजा अन्य टीचर्स व स्कूल के बच्चे उपस्थित थे।
वर्कशॉप के दौरान मेंबर सेक्रेटरी बुशरा अंसारी सिंह ने स्कूल के बच्चों को महिला आयोग की कार्यप्रणाली बारे अवगत करवाया। उन्होंने लैंगिक संवेदनशीलता के विभिन्न दृष्टिकोणों बारे बच्चों को बताया। लॉ ऑफिसर अनुज वर्मा ने पोस्को एक्ट, सटॉकिंग, आईटी एक्ट की विभिन्न धाराओं से बच्चों को परिचित करवाया। उन्होंने छात्राओं को आह्वान किया की यदि उनसे समाज में कही भी बुरा बर्ताव हो रहा है तो चुप ना रहकर उसकी शिकायत संबंधित अथॉरिटी से करें। इस दौरान एक इवेंट के माध्यम से बच्चों को समझाया गया की युवतियाँ व महिलाए किसी भी मामले में पुरुष से कम नहीं है। जो काम आज समाज में पुरुष कर रहे है वे महिलाए भी कर सकती है।
इस अवसर पर प्रदेश महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ डेज़ी ठाकुर ने कहा की स्कूल के बच्चे सोसाइटी का बेस है। इसलिए प्रदेश महिला आयोग ने स्कूल के बच्चों को इस महत्वपूर्ण विषय पर जागरूक करने का निर्णय लिया है, जिसकी शुरुआत आज आनंद स्कूल से की गयी है। उन्होंने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा की आज के समय में महिलाओ को अपने पैरो पर खड़े होने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा की यदि महिलाए अपने पैरो पर खड़ी होंगी तभी वह समाज में उन्हें आने वाली परेशानियों का डटकर सामना कर पाएगी।
इसके बाद परवाणू के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में भी ईसी तरह की वर्कशॉप आयोजित की गयी जिसमे स्कूल की प्रिंसिपल किरण शर्मा समेत अन्य शिक्षक व छात्र छात्राए उपस्थित रहे।