आवाज़ ए हिमाचल
स्वस्तिक गौतम, बीबीएन।
28 जून। मलेरिया व डेंगू से निपटने के लिए इंस्टीट्यूट फ़ॉर ग्लोबल डेवलपमेंट व ग्लेनमार्क फाउंडेशन द्वारा बीबीएन में सतत रूप से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। घरों में जाकर लोगों को मलेरिया व डेंगू से बचने के तौर तरीके बताए जा रहे हैं। जिससे लोग बीमारी से बच सके।
संस्था के पदाधिकारी बलजिंदर सिंह ने बताया की हमारी संस्था के स्वास्थ्य कार्यकर्ता पिंकी, रीना शर्मा, श्वेता शर्मा, बबीता, रंजना, परमजीत सिंह, जगदीप सिंह व कुलबिंदर कौर ने डेंगू पर नियंत्रण पर 21 से 28 जून तक किशनपुरा, चनालमाजर, संधोली, मानपुरा, मलपुर, बरोटीवाला व राजपुरा व ढाग गांवो में घर-घर जाकर लोगों को बताया कि डेंगू मछर के काटने से फैलता है और ये मछर खड़े पानी में पैदा होते हैं, इसलिए घरो के आस-पास पानी न इकठा होने दें।
मछरदानी का प्रयोग करें, सप्ताह में कम से कम 2 बार कूलर का पानी बदलें, टायर ट्यूबों, फूलदानों में पानी इकठा न होने दें। डेंगू पर प्रभावी रोकथाम के लिए डेंगू पीड़ित की सही समय पर पहचान किया जाना जरुरी है, इसलिए सभी पीएचसी में डेंगू जाँच की सुविधा निशुल्क उपलब्ध है। साथ ही चिकित्सकों को भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्देश दिया गया है कि डेंगू के लक्षण मिलने वाले रोगियों के उपचार में ज़रा सी भी देरी न कि जाए।
संस्था के डॉक्टर अंजलि ने बताया डेंगू एक वायरस के कारण होता है जो मच्छरों द्वारा फैलता है। डेंगू के वायरस चार प्रकार के होते हैं। डेंगू का बुखार चार प्रकार के वायरस में से किसी एक प्रकार के वायरस के कारण हो सकता है। डेंगू के वायरस को फैलने के लिए किसी माध्यम की आवश्यकता होती है और ये माध्यम मच्छर होते हैं।
यदि किसी व्यक्ति को एक बार डेंगू हो जाए तो ठीक होने के बाद शरीर में उस वायरस के लिए एक विशेष एन्टीबॉडी बन जाती है जिस कारण शरीर में उस वायरस के प्रति रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है। इसलिए इसकी रोकथाम के लिए जरूरी है घर के आसपास साफ सफाई का होना और पानी एक जगह पर जमा न हो ।