आवाज ए हिमाचल
22 जनवरी। बंगाल में विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नज़दीक आ रहे हैं सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस में इस्तीफा देने की रफ्तार भी बढ़ती जा रही है। शुक्रवार को ममता सरकार में वन मंत्री राजीव बनर्जी ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपना इस्तीफा भेज दिया है। राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने राज्य के वन मंत्री के रूप में पद छोड़ने वाले राजीव बनर्जी के इस्तीफे को स्वीकार कर लिया है।अपने इस्तीफे में राजीव बनर्जी ने लिखा, ‘बंगाल के लोगों की सेवा करना उनके लिए गर्वदायी रहा। वह इस मौके के लिए सभी का धन्यवाद देते हैं।’ आपको बता दें कि बंगाल में इसी साल विधानसभा का चुनाव होना है और उससे पहले लगातार तृणमूल कांग्रेस के नेता पद छोड़ रहे हैं। राजीव बनर्जी से पहले दो और मंत्री इस्तीफा दे चुके हैं।
इसमें सबसे पहले कद्दावर नेता सुवेंदु अधिकारी ने नवंबर में ही परिवहन मंत्री के पद से इस्तीफा देने के बाद पिछले महीने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की उपस्थिति में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे। इसके बाद कुछ दिन पहले ही लक्ष्मी रत्न शुक्ला ने अपना मंत्री पद भी छोड़ दिया था। तृणमूल कांग्रेस के कई विधायक, स्थानीय नेता भी पार्टी का पद छोड़कर भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम चुके हैं। वहीं, अटकलें हैं कि राजीव बनर्जी जल्द ही भाजपा में शामिल हो सकते हैं।जानकारी हो कि उधर, नंदीग्राम के बाद अब बंगाल के बहुचर्चित सिंगुर के तृणमूल विधायक रवींद्र नाथ भट्टाचार्य के पुत्र तुषार कांति भट्टाचार्य ने भी भाजपा में शामिल होने के लिए अपना कदम बढ़ा दिया है। वे जल्द ही हाल में भाजपा में शामिल होने वाले कद्दावर नेता सुवेंदु अधिकारी के नेतृत्व में भाजपा का झंडा थामेंगे। दरअसल सुवेंदु अधिकारी ने सिंगुर के वयोवृद्ध तृणमूल विधायक रवींद्र नाथ भट्टाचार्य के पुत्र तुषार कांति भट्टाचार्य के भाजपा में शामिल होने ने की बातों का जिक्र किया था।
सुवेंदु ने कहा था कि तुषार कांति भट्टाचार्य मुझसे संपर्क किए थे, तथा उन्होंने भाजपा में शामिल होने की इच्छा जताई है। वे भी भाजपा सहकर्मी की हैसियत से काम करना चाह रहे हैं। वहीं, सिंगुर विधानसभा सीट से लगातार चार बार विधायक रहे व पेशे से शिक्षक रवींद्र नाथ भट्टाचार्य के पुत्र तुषार कांति भट्टाचार्य ने भी गुरुवार को कहा कि बुधवार को सभा मंच से सुवेंदु अधिकारी ने जो बातें कही है वह सही है। मैंने भाजपा में शामिल होंने के लिए सुवेंदु अधिकारी से संपर्क साधा था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काम से प्रेरित होकर मैं भाजपा में शामिल होना चाहता हूं और जल्द ही सुवेंदु अधिकारी के हाथों से भाजपा का झंडा थामूंगा।