ममता बनर्जी और उसकी पार्टी ने सभी स्थापित लोकतांत्रिक मूल्यों को ध्वस्त कर दिया -अग्निहोत्री

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आवाज ए हिमाचल

बबलू गोस्वामी, नादौन

05 मई। चुनाव परिणामों के बाद पश्चिम बंगाल में भड़की हिंसा  तृणमूल काँग्रेस और ममता बनर्जी की एक सुनियोजित साज़िश है। यह शब्द एचआरटीसी के वायस चेयरमैन विजय अग्निहोत्री ने कहे। उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र के लिये गम्भीर खतरा  है। लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं है, लेकिन ममता बनर्जी और उसकी पार्टी ने सभी स्थापित लोकतांत्रिक मूल्यों को ध्वस्त कर दिया है। अग्निहोत्री ने कहा कि बंगाल सहित पांच राज्यों में चुनाव हुये हैं। बाकी राज्यों में भी चुनाव परिणाम निकले हैं। किसी राज्य में कोई पार्टी सत्ता में आई तो कोई सत्ता से बाहर हुई। लेकिन लोकतंत्र की मर्यादा, जनादेश का सम्मान करना होता है।

इसका उदाहरण बाकी राज्यों में देखने को मिला है। बंगाल को छोड़कर कहीं पर भी हिंसा, तोड़फोड़, आगज़नी, लूटमार और हत्याकांड की कोई खबर नहीं है । जबकि बंगाल इस समय पूरी तरह से ‘जंगलराज’ में तब्दील हो चुका है।  ममता बनर्जी की पार्टी के कार्यकर्ताओं ने चुनाव परिणामों के बाद एक वर्ग विशेष के लोगों को जिस तरह निशाना बनाया, उन्हें लूटा, मारा और बेघर किया है, उसे भाजपा न तो कभी भूलेगी और न ही कभी माफ़ करेगी ।  तृणमूल और ममता ने विध्वंस का जो मार्ग चुना है, वो उन्हें आने वाले समय में बहुत भारी पड़ेगा। विजय अग्निहोत्री ने कहा कि ममता बनर्जी को यह नहीं भूलना चाहिए कि भाजपा इस समय विश्व की सबसे बड़ी राजनैतिक शक्ति है। भाजपा से इस तरह का टकराव न तो लोकतांत्रिक आचरण की परिभाषा में आता है और न ही हिंसा युक्त माहौल से पैदा की गई सत्ता ज्यादा दिनों तक टिकती है।  पश्चिम बंगाल में तृणमूल द्वारा हिंसा में शहीद किये गए भाजपा कार्यकर्ताओं की शहादत को भाजपा हमेशा याद रखेगी।

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