आवाज़ ए हिमाचल
कुल्लू , 22 फरवरी। सैलानियों की पहली पसंद रोहतांग दर्रा इस बार देरी से बहाल होगा। इससे पहले बीआरओ सामरिक महत्व के 428 किलोमीटर लंबे मनाली-लेह मार्ग से बर्फ हटाएगा। इसके बाद सैलानियों के लिए रोहतांग दर्रा खोला जाएगा।
गर्मियों के मौसम में भी पर्यटक बर्फ के बीच अठखेलियां करने के लिए रोहतांग दर्रा पहुंचते हैं। बीआरओ ने गत वर्ष मनाली-लेह मार्ग 28 मार्च को यातायात के लिए खोला था। इस साल बीआरओ का काफिला दारचा से आगे बढ़कर पटसेउ में पहुंचने वाला है। इसके बाद बीआरओ के आधुनिक स्नो कटर बारालाचा की तरफ कूच करेंगे। \
अभी तक मनाली से करीब 168 किलोमीटर मार्ग से बर्फ हटा दी है। मात्र 62 किलोमीटर से बर्फ हटाने का काम शेष है। अप्रैल से सेना के वाहन इस मार्ग से लेह की ओर रवाना हो सकेंगे। इसके बाद 13050 फीट ऊंचे रोहतांग दर्रा से बर्फ हटाई जाएगी।
पर्यटन सीजन में सैलानी बर्फ देखने के लिए रोहतांग दर्रा का रुख करते हैं। इसी रूट से रोहतांग दर्रा के साथ अटल टनल का भी दीदार करते हैं। सैलानियों की सुविधा के लिए एचआरटीसी और पर्यटन विकास निगम मनाली से रोहतांग-कोकसर-अटल टनल तथा वाया सोलंगनाला होकर बसों का संचालन करते हैं।
बीआरओ के कमांडर शबरीश वाचली ने कहा कि मनाली-लेह मार्ग को खोलने का काम तेजी से हो रहा है। मौसम ने साथ दिया तो पिछले साल के मुकाबले मनाली-लेह मार्ग को पहले खोला जाएगा।