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विनोद चड्ढा, कुठेड़ा (बिलासपुर)। हिमाचल प्रदेश विधानसभा में प्रश्न काल के दौरान मनाली विधानसभा क्षेत्र के युवा विधायक भुवनेश्वर गौड़ ने राजस्व एवं जनजातीय मंत्री से, हिमाचल प्रदेश के उन सभी भूमिहीन गरीब लोगों से संबंधित प्रश्न को विधानसभा में रखा।
प्रश्न संख्या 494 के तहत विधानसभा के पटल पर राजस्व एवं जनजातीय मंत्री से यह पूछा कि हिमाचल प्रदेश में कुल कितने गरीब भूमिहीन लोगों को सरकार ने दो या तीन बिस्वा जमीन दी है। जनजातीय मंत्री ने बताया कि 271 लोगों को ही पिछले तीन साल में दो या तीन बिस्वा जमीन प्रदान की गई है। प्रश्न के अगले भाग में मनाली के विधायक भुवनेश्वर गौड़ ने यह भी जानना चाहा कि अब और कितने भूमिहीन लोगों ने दो तीन बिस्वा जमीन के लिए आवेदन कर रखें हैं।
राजस्व एवं जनजातीय मंत्री जगत सिंह नेगी ने जबाव में बताया कि 601 और भूमिहीन लोगों ने ज़मीन के लिए आवेदन कर रखें हैं,साथ में यह भी बताया कि उपलब्धता के चलते ही ज़मीन प्रदान होगी और हिमाचल प्रदेश में ज्यादातर ज़मीन वन विभाग की है जिसे राज्य सरकार को बांटने का अधिकार नहीं है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता गौतम ठाकुर ने कहा कि मनाली के विधायक भुवनेश्वर गौड़ हमेशा से ही गरीबों, भूमिहीन,जनजातीय तथा अनूसूचित जाति के सदैव हितैषी रहें हैं,और बताया कि मनाली विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाले सभी भूमिहीन परिवारों की लड़ाई को वह केंद्र सरकार के समक्ष रखेंगे।वन नियमों के तहत यदि स्थानीय लोगों के लिए इमारती लकड़ी,चारान इत्यादि के अधिकार है, तो खाली पड़े भूमि को भूमिहीन गरीब परिवारों को मुफ्त में दी जानी चाहिए।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गौतम ठाकुर ने बताया कि बहुत जल्द विधायक भुवनेश्वर गौड़ की अध्यक्षता में मनाली से पांच लोगों का प्रतिनिधिमंडल केन्द्रीय वन,जलवायु एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव के समक्ष हिमाचल प्रदेश में भूमिहीन लोगों के परिवार के पुनर्वास के लिए दो तीन बिस्वा जमीन की मांग मज़बूती से रखेंगे। याद रहे इस से पूर्व भी भुवनेश्वर गौड़ ने विधानसभा में वन अधिनियमों की बजह से हिमाचल प्रदेश के विकास कार्यों में आ रही रुकावट का मुद्दा भी विधानसभा में बहुत मज़बूती से रखा था।