आवाज़ ए हिमाचल
इम्फाल। मणिपुर में तमाम प्रयासों के बाद भी अभी पूरी तरह से हिंसा पर विराम नहीं लगा है। सोमवार देर रात भी सेरोऊ सुगनू इलाके में हिंसा हुई। इस दौरान हुई गोलीबारी के दौरान बीएसएफ का एक जवान शहीद हो गया, जबकि असम रायफल्स के दो जवान भी गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्होंने बाद में अस्पताल में दम तोड़ दिया। इसी बीच राज्य में हालात काबू करने और हिंसा पर विराम लगाने के लिए इंटरनेट बैन को 10 जून तक बढ़ा दिया गया है।
राज्य में इस समय सेना और असम रायफल्स के करीब 10 हजार जवान तैनात हैं। अपने दौरे के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने कुकी और मैतेई दोनों ही समुदायों से शांति बहाल करने में मदद करने की अपील की थी। बता दें कि मणिपुर में तीन मई के बाद से ही हिंसा जारी है। मैतेई और कुकी समुदाय के बीच संघर्ष की वजह से हजारों लोगों को अपना घर छोडऩा पड़ गया। दरअसल मैतेई समुदाय को आदिवासी का दर्जा दिए जाने के खिलाफ कुकी लोग प्रदर्शन कर रहे थे। इसके बाद ही हिंसा शुरू हुई। मणिपुर हाई कोर्ट ने मैतेई समुदाय को एसटी का दर्जा दिए जाने की प्रक्रिया के लिए निर्देश दिए थे।