आवाज़ ए हिमाचल
कांगड़ा। सीनियर सेकेंडरी स्कूल मंदल के इको क्लब की ओर से गुरूवार को सिंगल यूज प्लाॅस्टिक एवं वेस्ट मैनेजमेंट पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें स्वयं सेवी संस्था निष्ठा के स्त्रोत व्यक्ति ने भी मुख्य रूप से अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। कार्यशाला के दौरान स्कूली बच्चों को पर्यावरण के प्रति सचेत किया गया और वेस्ट मैनेजमेंट को लेकर जागरूक किया गया। इस मौके पर पाठशाला की रसायान विज्ञान की प्रवक्ता एवं इको क्लब प्रभारी प्रियंका शर्मा ने कहा कि सिंगल यूज प्लाॅस्टिक ऐसे सामान हैं, जो मुख्य रूप से जीवश्म ईंधन पर अधारित रसायनों से बने होते हैं। इसका उपयोग आमतौर पर पैकेजिंग और सर्विसवेयर, जैसे बोतलें, रैंपर, स्ट्राॅ और बैग के लिए किया जाता है। उन्होंने कि प्लाॅस्टिक का उपयोग करना इस कचरे से बचने का सबसे प्रभावी साधन है।
उन्होंने कहा कि एकल उपयोग वाले प्लाॅस्टिक उत्पाद सुविधा के प्रतीक हो सकते हैं, लेकिन उत्पादन, वितरण और कूडे के कारण होने वाले नुक्सान के साथ-साथ यह पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य के लिए एक बडा खतरा है। उन्होंने कहा कि किसी भी उत्पाद का जितना अधिक पुन उपयोग किया जाता है, उसका पर्यावरणीय प्रभाव उतना ही कम होता है। कार्यशाला के दौरान स्कूल के प्रधानाचार्य सुमन कुमारी ने अपने संबोधन में नौनिहालों को भी इन ज्वलंत मुददों पर जागरूक किया। साथ ही स्कूली बच्चों से आहवाहन किया कि वह अपने गांव और आस-पडोस में भी इनको लेकर जागरूक करें। कार्यशाला में स्कूली बच्चों ने वर्मी कंपोस्ट, ई वेस्ट मैनेजमेंट और ग्रीन एनर्जी पर अधारित माॅडल भी प्रदर्शित किए। कार्यशाला में स्कूल के उप-प्रधानाचार्य राजेश गिल, इतिहास विषय के प्रवक्ता विश्वास वत्स, कल्पना, अनुज समेत स्टाॅफ के अन्य सदस्य मौजूद रहे।