मास्टर माइं सुभाष शर्मा ने खरीदा दो करोड़ का घर
आवाज़ ए हिमाचल
मंडी। हिमाचल प्रदेश में क्रिप्टो करेंसी की आड़ में करोंड़ों की ठगी करने वाले दो शातिरों हेमराज व सुखदेव को एसआईटी (SIT) ने सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है। खेल का मास्टर माइंड सुभाष शर्मा फ़िलहाल पुुलिस की गिरफत से दूर है। बल्ह निवासी आरोपी हेमाराज ने क्रिप्टो करेंसी के नाम पर पैसा डबल करने का लालच देकर अपनी ही पंचायत के अधिकतर लोंगो को चुना लगाया है।
हेमराज ने पंचायत कैहनवाल के 80 प्रतिशत ग्रामीणों को पैसा क्रिप्टो करेंसी में लगा दिया है। निवेशकों को बताया था कि क्रिप्टोकरेंसी कंपनी का मालिक अमेरिका (USA) का रहने वाला है। साल 2020 में निवेशकों को क्रिप्टों करेंसी के नाम पर धोखे की भनक भी लग गई थी। इसके बावजूद भी लोग लालच में आकर पैसा लगाते रहे। बताया जा रहा है कि अगस्त में हेमराज अपने घर आया था। हेमराज की गिरफ्तारी के बाद पत्नी बच्चों संग मायके चली गई है। उधर, हेमराज के घर में बूढ़े मां-बाप के अलावा कोई नहीं है।
क्रिप्टो करेंसी के नाम पर किए जा रहे इस फ्रॉड में सुखदेव, हेमराज व सुभाष शर्मा ने करोड़ों रुपये का निवेश करवा रखा था। धर्मपुर थाना में एक दुकानदार ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसने सुखदेव की बातों में आकर बैंक से लोन लेकर 32 लाख का निवेश किया हैं। इसी तरह से धर्मपुर क्षेत्र के ही नवदीप ने भी 11 लाख का निवेश किया है।
बताया जा रहा है कि खेल के मास्टर माइंड मंडी शहर के भगवाहण मोहल्ला निवासी सुभाष शर्मा ने शहर के सोलीखड्ड में 2 करोड़ का मकान खरीदा है। हांलाकि यह संपत्ति किसके नाम पर है, इसका खुलासा पुलिस जांच में होगा।
उधर, साइबर पुलिस थाना मंडी जोन में अब तक कुल 28 मामले दर्ज हुए हैं। इन मामलों में करीब 13 करोड़ की ठगी के आरोप लगे हैं। साइबर क्राइम थाना मंडी एएसपी मनमोहन सिंह ने बताया कि फ्रॉड्स के इस मामले में जांच जारी है। पकड़े गए आरोपियों का रिमांड खत्म होने के बाद उन्हें मंडी लाया जाएगा। आरोपियों से आगामी पूछताछ के बाद ही मंडी जोन में की गई ठगी का सही आंकड़ा सामने आएगा।