आवाज़ ए हिमाचल
03 फरवरी। भारतीय ट्रेड यूनियन सेंटर मंडी इकाई सीटू के अखिल भारतीय आह्वान पर बुधवार को सीटू से संबंधित भवन एवं सड़क निर्माण यूनियन केएमसी इकाई, रेहड़ी फड़ी यूनियन मंडी ने श्रम कानूनों को खत्म करने वाले कानून व दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में मंडी केसरी मंच पर धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान केंद्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।
इस दौरान सीटू जिला महासचिव राजेश शर्मा ने कहा कि केंद्र की सरकार ने बजट में बैंक, बीमा, रेलवे, एयरपोर्टों, बंदरगाहों, ट्रांसपोर्ट, गैस पाइप लाइन, बिजली, सरकारी कंपनियों के गोदाम व खाली जमीन, सड़कों, स् टेडियम सहित ज़्यादातर सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को बेचने का रास्ता खोल दिया गया है। उन्होंने कहा कि केंद्र की सरकार यदि 44 श्रम कानूनों को वापस नहीं लेती है, तो आने वाले समय में और उग्र आंदोलन किए जाएंगे, जिसकी जिम्मेदारी केंद्र और प्रदेश सरकार की होगी।