आवाज़ ए हिमाचल
मंडी। हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में मूसलाधार बारिश हो रही है। लोगों को कुदरत के कहर से राहत मिलने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। इसी बीच मंडी में बादल फटने से भारी तबाही मच गई है।
मंडी जिले के सराज विधानसभा क्षेत्र के कुकलाह व द्रंग के कटौला में बुधवार सुबह बादल फटने से भारी तबाही हुई है। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल शारटी व कुकलाह के भवन को नुकसान पहुंचा है। तो वहीं कुकलाह में मलबे में दबने के कारण एक व्यक्ति की मौत हो गई है और दो व्यक्ति के मलबे में दबे होने की सूचना मिली है। वहीं, पानी का बहाव इतना अधिक था कि जैंशला में दो महिलाएं बह गईं। जैसे की प्रशासन को इसकी सूचना मिली तो मौके पर एनडीआरएफ की टीम को बुलाना पड़ा, जिन्होंने परिवार को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। बता दें कि अभी तक नाले ने बहुत कुछ तबाह किया है, जिसमें शेगली से पाराशर को जोडऩे वाली मुख्य सडक़ का भी कई जगह नामोनिशान मिटा दिया है।
गोहर में एक मकान के धराशायी होने से एक व्यक्ति सहित पांच मवेशी भी मलबे में दब गए हैं। उधर, कुल्लू के आनी में भी हालात खराब हैं, याह श्वाड खड्ड उफान पर आ गई है, जिससे लोग सहमे हुए हैं। भूस्खलन से नेशनल हाईवे 305 सहित कई संपर्क मार्ग अवरूद्ध हैं। पंडोह में खोला नाल का नाला भयंकर रूप धारण कर लिया है, जिससे जमा दो स्कूल और प्राथमिक स्कूल समेत 50 भेड़ बकरियां और दो दर्जनों मवेशी बह गए हैं। इसके अलावा ग्राम पंचायत कशोड में पांच मकान बह गए।
भूस्खलन से खोला नाल पंचायत में सलैंन और गौंनी गांव को खतरा पैदा हो गया है। ग्राम पंचायत खाहरी में जमा दो स्कूल शारटी में पानी भरने और कुछ कमरे बहने का समाचार है। यही हाल शिमला का भी है। शिमला में भारी बरसात के चलते टूटीकंडी आईएसबीटी और फागली के बीच प्राइवेट बस मलबे में दब गई है, जबकि अन्य जगह भी बाढ़ जैसे हालात हैं। टोलैंड मार्ग पानी से भर गया है और जगह-जगह भूस्खलन हो रहा है।