आवाज़ ए हिमाचल
24 अगस्त । हिमाचल प्रदेश की मंडियों में सेब के अच्छे दाम नहीं मिलने के कारण बागवानों ने तुड़ान का काम रोक दिया है। कुछ बागवानों ने स्थानीय मंडियों में फसल बेचने की बजाय बाहरी राज्यों का रुख करना शुरू कर दिया है। ओला रहित सेब की साफ फसल की 28 किलो की पेटी को भी अधिकतम 1400 रुपये दाम मिल रहे हैं। ओलों से दागी फसल तो भूसे के भाव बिक रही है।
मैदानी क्षेत्रों में बाढ़ कोरोना से फैली मंदी जैसे कई कारणों को दाम नहीं बढ़ पाने का कारण माना जा रहा है । हिमाचल की फल मंडियां सेब बागवानों को उनकी फसल के वाजिब रेट दिलाने में असफल साबित हुई हैं। इससे बागवान एक तरह से स्थानीय मंडियों का बहिष्कार कर रहे हैं। सेब की फसल की 200 रुपये बोली लग रही है। सरकार का मंडियों पर कोई नियंत्रण नहीं है।