किसानों की सरकार से गुहार, ऊपरी क्षेत्र के बागवानों की तर्ज पर मिले उचित मुआवजा
आवाज़ ए हिमाचल
स्वर्ण राणा, नूरपुर। हाल ही हुई बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने क्षेत्र के किसानों की कमर तोड़ कर रख दी है। इस ओलावृष्टि ने पूरी तरह पककर तैयार हुई गेहूं की फसल को तबाह कर दिया है। इस भारी तबाही का शिकार नूरपुर क्षेत्र की कोपड़ा, भटका, ओन्द, सदवां, सुलयाली पंचायते सबसे ज्यादा हुई है। किसानों की माने तो उनकी 70% फसल ख़त्म हो चुकी है और जो बची है उसे भी जल्द नहीं समेटा गया तो वो भी खत्म हो जाएगी। उन्होंने सरकार से अपील की है कि जल्द सरकार विभागीय अधिकारियों को भेजकर तबाह हुई फसल का आंकलन करे और उन्हें उचित मुआवजा मिले ताकि वो अपने परिवार का भरण पोषण कर सके।
इनकी माने तो ऊपरी क्षेत्रों में बारिश और ओलावृष्टि से जब सेब और अन्य फसलों के नुकसान पर सरकार मुआवजा देती है तो उसी तर्ज पर निचले क्षेत्र के किसानों को भी सरकार मुआवजा दे।