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संदीप महाजन, द्रम्मनाला। भटियात की ककरोटी पंचायत के 37 परिवारों के करीब 200 सदस्य अपने घर छोड़ अन्यंत्र शरण लेने को मजबूर हैं। भारी वर्षा से ककरोटी पंचायत के बार्ड 4 नलेड में हुआ भूस्खलन लोगों के लिए आफत बन गया है।
लोगों ने ककरोटी के पुरषोत्तम रेस्टोरेंट, प्राथमिक पाठशाला तथा एक स्थानीय व्यक्ति शिव कुमार के घर में शरण लेकर रात गुजारी। रेस्टोरेंट के मालिक पुरषोत्तम तथा शिव कुमार ने ही इन सभी लोगों के लिए लंगर लगाकर भोजन की व्यवस्था भी की।
ककरोटी पंचायत प्रधान देशराज ने जानकारी देते हुए बताया कि घटना की सूचना प्रशासनिक अधिकारियों को दी गई है, परन्तु जगह-जगह हुई स्लाइडिंग से रास्ते बंद होने की वजह से यहां कोई नहीं पहुंच पाया, हालांकि इन्होंने मदद का आश्वासन दिया है। प्रशाशन की ओर से अभी तक प्रभावित लोगों को कोई मदद भी नहीं पहुंच पाई है। लोगों को प्रशासन व जनप्रतिनिधियों के न आने का भी मलाल है। प्रधान के मुताबिक गांव का करीब डेढ़ से दो किलोमीटर का क्षेत्र भूस्खलन की चपेट में आया है। प्रधान देशराज ने प्रशासनिक अधिकारियों से तुरन्त प्रभावितों की मदद करने की गुहार लगाई है।
क्या कहते हैं तहसीलदार?
तहसीलदार सिहुंता सुरेंद्र कुमार ने बताया कि प्रशासन प्रभावितों की हर सम्भव मदद करने की कोशिश कर रहा है। नलेड के 15 प्रभावित परिवारों को सुरक्षा की दृष्टि से ट्राईबल भवन सिहुंता शिफ्ट कर दिया गया है तथा अन्यों का भी प्रबन्ध किया जा रहा है। प्रशासन से आर्थिक मदद देने के संदर्भ में पूछे जाने पर तहसीलदार ने बताया कि जल्दी वहां हुए नुकसान का जायजा लेकर व मूल्यांकन कर प्रभावितों को आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने बताया कि गांव पर प्रशासन पूरी नजर रखे हुए है।
प्रशासन तुरन्त करे प्रभावितों की मदद: कुलदीप पठानिया
भटियात के पूर्व विधायक कुलदीप पठानिया ने प्राकृतिक आपदा के चलते क्षेत्र में हुए नुक्सान पर चिंता व्यक्त करते हुए सरकार व प्रशासन से प्रभावित लोगों की तुरन्त मदद करने का आग्रह किया है।
उन्होंने कहा कि सरकार को राहत मैन्युअल से बाहर जाकर लोगों की मदद करनी होगी, क्योंकि इस आपदा से लोगों को बहुत नुक्सान हुआ है। पठानिया ने कहा कि भटियात क्षेत्र के अनेकों गांवों में भारी बारिश से करोड़ों का नुकसान हुआ है। कहीं लोगों के घर गिर गए तो कहीं घरों व अन्य सम्पतियों को नुकसान हुआ है। इस समय सरकार को लोगों की खुले दिल से सहायता करनी होगी ताकि उनके जीवन यापन में कोई कमी न रह सके। पठानिया ने विभिन्न सड़क मार्गों को भी तुरन्त वहाल करने की मांग की है ताकि आवागमन सुचारू हो सके।