आवाज ए हिमाचल
28 अप्रैल। देश में कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। इस बीच भारत में तेजी से कोरोना टीकाकरण भी चल रहा है। भारत में लोगों को लगाई जा रही दोनों वैक्सीन को लेकर एक अच्छी खबर सामने आ रही है। वैज्ञानिकों ने पता लगाया है कि भारत में लगाई जा रही दोनों ही कोरोना वैक्सीन- कोविशील्ड और कोवैक्सीन कोरोना के भारतीय स्वरूप(वैरिएंट) के खिलाफ प्रभावी है।
भारत में कोरोना रोधी टीकाकरण में वर्तमान में इस्तेमाल की जा रही कोविशील्ड और कोवैक्सीन टीके कोरोना वायरस के भारतीय स्वरूप के खिलाफ प्रभावी हैं। टीकाकरण के बाद संक्रमण की स्थिति में हल्के लक्षण सामने आते हैं।वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआइआर) के अंतर्गत आने वाले जीनोमिक्स और एकीकृत जीवविज्ञान संस्थान (आइजीआइबी) के निदेशक अनुराग अग्रवाल ने एक अध्ययन के प्रारंभिक परिणामों के हवाले से कहा कि सार्स-सीओवी-2 के बी.1.617 स्वरूप पर टीकों के प्रभाव के आकलन से पता चलता है कि टीकाकरण के बाद संक्रमण होने पर बीमारी के लक्षण हल्के होते हैं।कोरोना वायरस के बी.1.617 स्वरूप को इंडियन स्ट्रेन या डबल म्यूटेंट भी कहा जाता है। अध्ययन में वायरस के इस स्वरूप पर भारत में इस्तेमाल किए जा रहे दोनों टीकों के प्रभावी होने की बात सामने आई है।
18 साल के ऊपर के लोगों के लिए आज से शुरू होगा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन
आज से देशभर में 18 साल की उम्र से ज्यादा लोगों के लिए टीकाकरण के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया की शुरुआत होने जा रही है। इसके लिए 18 से 44 साल की उम्र के लोगों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना होगा। बता दें कि रजिस्ट्रेशन करने के लिए आप कोविन पोर्टल या फिर आरोग्य सेतु ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं। टीकाकरण के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन ही मान्य किया गया है। बिना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के किसी को भी वैक्सीन नहीं लगाई जाएगी। इसे अनिवार्य बनाया गया है।साढ़े 14 करोड़ टीकाकरण देश में गत 16 जनवरी से चल रहे टीकाकरण अभियान के सोमवार को 101 दिन पूरे हो गए। इस अवधि में देश भर में टीके की कुल 14.5 करोड़ डोज दी गई। सोमवार शाम आठ बजे तक कोरोना वैक्सीन की 31 लाख से अधिक डोज दी गईं। फिलहाल 14,78,27,367 टीकाकरण किया जा चुका है।