आवाज़ ए हिमाचल
28 जुलाई । भारतीय महिला मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन ने टोक्यो ओलंपिक के लिए रवाना होने से पहले इंटरव्यू में कहा था की नेशनल में अगर कोई गोल्ड मेडल जीतता है तो लोग जल्द ही उसे भूल जाते हैं । परन्तु ओलंपिक में मेडल जीतने पर सब हमेशा याद रखते हैं। मेरा लक्ष्य ओलंपिक में देश के लिए मेडल जीतना है।
23 साल की लवलीना अब उस मेडल से सिर्फ एक जीत की दूरी पर हैं। उन्होंने उम्र में अपने से 12 साल बड़ी जर्मन प्रतिद्वंद्वी नादिने एपेट्ज को हराकर 69 किलोग्राम वेट कैटेगरी के क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली है।