आवाज़ ए हिमाचल
अभिषेक मिश्रा,पालमपुर
24 फ़रवरी।भाजपा अनुसूचित मोर्चा अप्पर मंडल श्री नयना देवी जी द्वारा गुरु रविदास की जयंती नई सारली में मनाई गई।इस दौरान श्री नयना देवी जी के विधायक रणधीर शर्मा विशेष रूप से उपस्थित रहे।उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि संत गुरु रविदास का जन्म 1377 ई. में उत्तर प्रदेश के वाराणसी में हुआ था।हिंदू कैलेंडर के अनुसार, गुरु रविदास जी का जन्म माघ मास की पूर्णिमा तिथि को हुआ था।इसलिए हर साल माघ पूर्णिमा के दिन उनकी जयंती मनाई जाती है।उन्होंने भक्ति आंदोलन में संत रविदास जी की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि “यह भारत का इतिहास है कि संत, ऋषि या महान व्यक्तित्व के रूप में एक उद्धारकर्ता जरूरत के समय सामने आता है।” श्री शर्मा ने इस बात पर जोर दिया कि संत रविदास जी ने विभाजित और खंडित भारत को फिर से ऊर्जावान बनाया है।उन्होंने कहा कि रविदास जी ने समाज में स्वतंत्रता को अर्थ दिया और सामाजिक विभाजन को भी पाट दिया। अस्पृश्यता, वर्गवाद और भेदभाव के खिलाफ आवाज बुलंद की। उन्होंने कहा, ”संत रविदास को मत और धर्म की विचारधाराओं में नहीं बांधा जा सकता”, उन्होंने कहा, ”रविदास जी सबके हैं और सभी रविदास जी के हैं। शर्मा ने कहा कि जगतगुरु रामानंद के शिष्य के रूप में वैष्णव समुदाय भी संत रविदास जी को अपना गुरु मानता है और सिख समुदाय उन्हें बहुत आदर की दृष्टि से देखता है।उन्होंने कहा कि संत शिरोमणि गुरु रविदास जी महाराज भारत के उस कालखंड के अंदर पैदा हुए जब हम गुलामी के कालखंड के अंदर थे, उस गुलामी के कालखंड के अंदर भारत की संस्कृति, भारत के विचार की चेतना, भारत की आत्मा और उसका पुनर्जागरण करने का कार्य करने वाले संत शिरोमणि श्री रविदास जी महाराज के श्री चरणों में नमन करते हुए हमें आनंद की अनुभूति हुई।इस अवसर पर अपर मंडल अध्यक्ष लेख राम ठाकुर ,राजेश कुमार ,सतदेव ,नन्दलाल ,तुलसी राम ,जगदीश ,रूप लाल आदि उपस्थित रहे।