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विक्रम सिंह, धर्मशाला। मैक्लोडगंज के भागसूनाग स्थित प्राचीन मंदिर की वेबसाइट तैयार की जाएगी। पहाड़ी शैली के अनुरूप मंदिर के गेट को आकार दिया जाएगा। भागसूनाग मंदिर में धर्मशाला सहित प्रदेश के अन्य हिस्सों, विभिन्न राज्यों के साथ विदेशों से भी लोग आते हैं। कई लोगों की आस्था मंदिर से जुड़ी हुई है।मंदिर के विकास को लेकर हाल ही में मंदिर ट्रस्ट की बैठक एसडीएम धर्मशाला एवं मंदिर सहायक आयुक्त धर्मेश रमोत्रा की अध्यक्षता में आयोजित की गई। जिसमें कुछ दुकानों, रसोई घर और पुराने जर्जर भवन के स्थान पर नए भवन निर्माण व जूता घर बनाने को लेकर चर्चा की गई। भागसूनाग मंदिर में महिलाओं के स्नान के लिए एक कुंड बना हुआ है, जिसका वर्तमान में प्रयोग नहीं हो पा रहा है। बैठक में निर्णय लिया गया कि अब इस कुंड को ठीक करके उपयोग में लाने लायक बनाया जाएगा। मंदिर के गेट को भी पहाड़ी शैली में विकसित किया जाएगा। रुके कार्यों को पुन: शुरू किया जाएगा। उधर, एसडीएम धर्मशाला धर्मेश रमोत्रा ने बताया कि भागसूनाग मंदिर की एक वेबसाइट भी डिवेलप की जाएगी। आईटी के युग में श्रद्धालु इंटरनेट के माध्यम से जानकारी एकत्रित करके भ्रमण के लिए आते हैं, ऐसे में मंदिर की वेबसाइट डिवेलप होगी तो निश्चित तौर पर लोगों को आसानी होगी। प्रयास किया जाएगा कि जल्द से जल्द मंदिर की वेबसाइट डिवेलप करके मंदिर के संबंध में व्यापक जानकारी उपलब्ध करवाई जा सके।