आवाज़ ए हिमाचल
जतिन लटावा,जोगिंद्रनगर
02 जनवरी।जीवन में हर व्यक्ति अपने अपने क्षेत्र में विजेता बनना चाहता है,लेकिन विजेता बनने के लिए संयम बहुत कम लोगों में होता है।यह बात माइंड ऑपरेशन अकादमी के निदेशक राम प्रकाश ठाकुर ने कही।उन्होंने कहा कि चाहे वे पढ़ाई का क्षेत्र हो या व्यवसाय का,विजेता बनने के लिए धैर्य अहम भूमिका निभाता है।ज्यादातर लोग उस बजह से असफल नहीं होते की उनके पास प्रतिभा की कमी होती है,बल्कि इसलिए असफल होते हैं कि उनके पास धैर्य नहीं होता है। समय के अनुसार हर एक व्यक्ति को धैर्य की परीक्षा देनी पड़ती है,जो लोग इस परीक्षा में सफल होते हैं वही अपनी मंजिल तक पहुंच पाते हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में जादातर छात्र-छात्राएं अपनी परीक्षा में इसलिए असफल नहीं होते हैं,की उन्होंने पढ़ाई नहीं कि होती बल्कि इसलिए होते है कि वे परीक्षा हॉल में विचलित होने की बजह से सब कुछ भूल जाते हैं। जो उन्होंने पढ़ा होता है। इसका कारण धैर्य की कमी होती है।अगर छात्र छात्राओं को भविष्य के विजेता बनना है तो धैर्य कैसे रखें वे सीखना पड़ेगा। माइंड ऑपरेशन अकादमी में बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ ये सभी बातें सिखाई जा रही है।ऐसी शिक्षा छात्र और छात्राओं की प्रतिभा को निखारने में मदद करती है, जिससे छात्र और छात्राएं आने वाले समय में किसी भी प्रकार की प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए मानसिक रूप से खुद को आसानी से तैयार कर शक्ति है, क्योंकि पढ़ने के लिए छात्रों में इच्छाशक्ति और दिलचस्पी का होना बहुत जरूरी है, जो धैर्य से संभव हो सकता है।उन्होंने कहा कि धैर्य सबसे ज्यादा मेडिटेशन करने से विकसित होता है उसके बाद समय-समय पर मोटिवेशन और काउंसलिंग से धैर्य का निर्माण किया जा सकता है। माइंड ऑपरेशन अकादमी के निदेशक राम प्रकाश ठाकुर ने कहा कि अपने जीवन में शिक्षा के क्षेत्र में चहुमुखी विकास करना हो तो माइंड ऑपरेशन अकादमी छात्र छात्राओं के लिए सबसे अच्छा प्लेटफार्म है