स्वयंसेवकों को सिखाए जा रही राहत एवं बचाव कार्यों की बारीकियां
आवाज़ ए हिमाचल
मनीष ठाकुर, भरमौर। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण चंबा द्वारा भरमौर के लघु सचिवालय के सभागार में 25 मार्च तक छह दिवसीय आपदा प्रबंधन व राहत बचाव प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। प्रशिक्षण कार्यशाला में आज पुलिस होमगार्ड के जवानों द्वारा प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए जानकारी उपलब्ध करवाई गई। प्रशिक्षण कार्यशाला के दौरान अग्निशमन और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी भी प्रशिक्षुओं को प्राकृतिक आपदा से संबंधित जानकारियां उपलब्ध करवाएंगे।
इस अवसर पर तहसीलदार एवं कार्यकारी उप मंडल अधिकारी भरमौर अशोक पठानिया प्रशिक्षुओं से रू-ब-रू होते हुए उन्हें आपदा व राहत बचाव प्रशिक्षण में आपदा प्रबंधन से जुड़ी बारीकियों को समझने और उन पर अमल करने को कहा। उन्होंने बताया कि वे इस कार्यशाला में विभिन्न प्रकार की तकनीकें सीख कर भविष्य में किसी आपदा से निपटने के लिए उपयोग में ला सकते हैं।
पठानिया उन्होंने कहा की विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं का पूर्व अनुमान नहीं लगाया जा सकता और ना ही इन्हें रोका जा सकता है । लेकिन इनके प्रभाव को एक सीमा तक जरूर कम किया जा सकता है, जिससे कि जान व माल का कम से कम नुकसान हो । उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन का पहला चरण खतरों की पहचान है। उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि तीन दिवसीय आपदा प्रबंधन व राहत एवं बचाव प्रशिक्षण में इन प्रशिक्षुओं को प्रतिदिन का 200 रुपए मानदेय, खाने-पीने और रहने की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। अशोक ने कहा की जिला आपदा प्रबंधन द्वारा तीन दिवसीय राहत बचाव प्रशिक्षण दो बैच के माध्यम से किया जा रहा है। पहले बैच में ग्राम पंचायत प्रंघाला, भरमौर, कुगती और पूलन के स्वयंसेवक को 22 मार्च तक ट्रेनिंग दी जाएगी। इसी तरह दूसरे बैच में 23, 24 और 25 मार्च को घरेड, खणी ,हड़सर और संचुई पंचायत के स्वयंसेवकों को राहत व बचाव प्रशिक्षण की जानकारी दी जाएगी।
आज पहले दिन होमगार्ड प्लाटून कमांडर जोगिंदर सिंह वह उनके साथी प्लाटून हवलदार रमन ने प्रशिक्षु को जागरूक किया तथा विभिन्न आपदाओं से निपटने की जानकारी भी उपलब्ध करवाई। इस अवसर पर प्रधान भरमौर अनिल कुमार, कर्मचारी और प्रशिक्षु उपस्थित रहे।