आवाज़ ए हिमाचल
मनीष ठाकुर, भरमौर। चम्बा जिला के उपमंडल भरमौर की चन्होता पंचायत के मछेतर नाले में एक बार फिर से बादल फटा है। तीन दिनों के भीतर दूसरी बार बादल फटने से दोमंजिला मकान, 2 घराट, जेएसडब्ल्यू कम्पनी की एक जेसीबी, डंपर, ट्रक, लोडर तथा अन्य मशीनरी पानी में बह गई है। इस घटना में खड़ामुख-होली मार्ग पर बना पुल तथा पुल के साथ कंपनी के खड़े 3 डंपर नहीं होते तो पूरा मछेतर कस्बा पानी के तेज बहाव की चपेट में आ सकता था। घटना के बाद मछेतर वासियों ने सड़क किनारे खड़े वाहनों में रात गुजारी।
उल्लेखनीय है कि इसी नाले में 24 जुलाई की रात को लगभग 3 बजे बादल फटा था जबकि 3 दिन बाद ही बुधवार रात लगभग इसी समय फिर से इसी नाले में बादल फटने की घटना से हर कोई हैरान है। बादल फटने की घटना से नाले में आए बड़े-बड़े पेड़ों के कारण यहां चल रहे कुठेड़ जल विद्युत परियोजना का कार्य कर रही जेएसडब्ल्यू कंपनी की मशीनरी को भी भारी नुक्सान पहुंचा है। पहली घटना में कंपनी के 2 डंपर, एक लोडर, एक जेसीबी तथा अन्य सामान क्षतिग्रस्त हो गया था, जो अब पूरी तरह से पानी में बह गया।
बादल फटने की घटना रात को लगभग 3 बजे हुई है। उस समय सभी सो रहे थे। इस बार भी कंपनी के कामगार जो कुठेड़ जल विद्युत परियोजना की एडिट 3 पर रात को ड्यूटी पर थे। उन्होंने बताया कि रात लगभग 3 बजे नाले में जोर-जोर की आवाज हुई। आवाज जब नजदीक सुनाई देने लगी तो उन्हें एहसास हो गया कि नाले में पानी आ रहा है, जिसके बाद वे सुरक्षित स्थानों की ओर भागे। अगर एडिट 3 नाले से थोड़ी ऊंचाई पर न होती तो पानी सुरंग के अंदर भी जा सकता था। घटना की जानकारी मिलते ही तहसीलदार होली प्रकाश चंद, पंचायत प्रधान अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे तथा नुक्सान का आकलन करने का कार्य शुरू कर दिया।