आवाज़ ए हिमाचल
20 सितम्बर । ज़िंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे ज्वाली के कुलवंत की मदद को अब उनके दोस्त सिहुंता निवासी सार्थक राणा आगे आए है। ब्लड कैंसर से जूझ रहे अपने दोस्त को नई जिंदगी देने के लिए सार्थक राणा ने दिनरात एक कर दिया है।सार्थक राणा दोस्त के इलाज के लिए अभी तक दो लाख 36 हज़ार की राशि एकत्रित कर उनके परिजनों को सौंप चुके है तथा उनकी यह मुहिम अभी भी लगातार जारी है। सार्थक ने यह राशि अपने दोस्तों,रिश्तेदारों व स्थानीय लोगों तथा दुकानदारों से एकत्रित की है। दरअसल,ज्वाली के कुलवंत ब्लड कैंसर की बीमारी से जूझ रहे है,उनके इलाज पर 20 लाख रुपए का खर्च होना है। इतनी बड़ी राशि खर्च कर पाने में कुलवंत के परिजन सक्षम नही है।
इससे पहले भी कुलवंत के इलाज पर लाखों की राशि खर्च हो चुकी है। वे डीएमसी लुधियाना में उपचारधीन है।कुलवंत व सार्थक धर्मशाला कालेज के स्टूडेंट् है तथा दोनों रम मेट भी है,सार्थक को जब उनकी बीमारी के बारे में पता चला तो उन्होंने सारे कामकाज छोड़कर घर-घर व दुकान-दुकान जाकर लोगों से धन एकत्रित करना शुरू कर दिया। कुलवंत के इलाज के लिए हालांकि देहरी कालेज के स्टूडेंट्स व अन्य समजिक संस्थाए भी धन एकत्रित कर रही है,लेकिन सार्थक ने जिस तरह से अपने दोस्त के चेहरे पर मुस्कान बिखेरने का प्रण लेकर दिनरात एक किया है,वे काबिले तारीफ है।
सार्थक राणा 36 हज़ार की राशि पहले ही ऑनलाइन भेज चुके है,जबकि 2 लाख की राशि उन्होंने स्वयं डीएमसी लुधियाना जाकर अपने दोस्त के परिजनों को भेंट की है।सार्थक के इस कार्य की खूब प्रशंसा हो रही है साथी ही दोस्ती की मिसालें भी दी जा रही है।सार्थक का कहना है कि कुलवंत उनका रूममेट रहा है तथा वे उनके चेहरे पर मुस्कान लाना चाहते है।उन्होंने कहा कि दुःख की इस घड़ी में समाज के प्रत्येक व्यक्ति को कुलवंत की सहायता के लिए आगे आना चाहिए तांकि उसका इलाज सही से हो सके।उन्होंने कहा कि जब तक कुलवंत के इलाज के लिए धन की व्यवस्था नहीं हो जाती वे दिन रात एक कर लोगों से सहायता मांगेगे।