बोह के किसानों के अरमानों पर कुदरत का प्रहार, भारी बारिश व ओलावृष्टि से पकी धान की फसल तबाह

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आवाज़ ए हिमाचल 

तरसेम जरियाल, बोह। गत दिवस अचानक हुई भारी ओलावृष्टि से बोह में धान की फसल को बहुत नुकसान पहुंचा है। इसको लेकर प्रभावित किसानों ने प्रशासन से मुआवजा देने की मांग उठाई है।

दरअसल मौसम के अचानक बदले मिजाज के बाद मंगलवार को बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि की वजह से बोह में किसानों को धान की पकी फसल समेटने का मौका तक नहीं मिला, कुछ किसानों के कटे धान खेत मे ही रह गए कुछ किसानों की बारिश के साथ ओलावृष्टि होने से धान की खड़ी फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं। राजस्व विभाग की तरफ से पटवारी शिवाली ठाकुर ने मौके पर मौजूद ग्राम पंचायत हार बोह के उप प्रधान पपू राम व प्रभावित किसानों के साथ बर्बाद हुई धान की फसल का जायजा लिया और रिपोर्ट बनाकर आगामी कार्यवाही के लिए उच्चाधिकारियों भेजी। किसानों का कहना है कि भारी बारिश व ओलावृष्टि से लगभग तैयार हो चुकी धान की फसल बर्बाद हो गई है।

ग्राम पंचायत हार बोह की प्रधान सपना देवी, उप प्रधान पपू राम व स्थानीय लोगों ने किसानों सहित प्रशासन से अपील है कि पानी में डूब गई फसल व ओलाबृष्टि से बर्बाद हुई धान की किसानों ने फसल के लिए जल्द से जल्द मुआवजा दिया जाए। कुछ किसानों का कहना है कि फसल बर्बाद होने पर उनके सामने आर्थिक संकट पैदा हो गया है। अगर प्रशासन ने जल्द सहायता नहीं की तो उन्हें दो वक्त की रोटी के लिए संघर्ष करना पड़ेगा। परिवार की आजीविका खेतीबाड़ी पर ही निर्भर है। कड़ी मेहनत से तैयार हुई फसल चंद घण्टों में ही बर्बाद हो गई हैं, इस समय धान की कटाई चल रही थी। लेकिन, बारिश व ओलावृष्टि ने सारी मेहनत पर पानी फेर दिया। प्रशासन ने जल्द सहायता नहीं की तो दाने दाने को मोहताज होना पडे़गा। कुछ किसानों ने कुछ फसल काटकर रख दी है और बाकी की कटाई चल रही थी।

पटवारी शिवाली ठाकुर व उपप्रधान पपू राम ने किसानों को आश्वासन दिया कि वे ओलाबृष्टि की वजह से किसानों की जो फसलें बर्बाद हुई हैं, उसकी रिपोर्ट बनाकर उच्चाधिकारियों को भेज दी है। उनकी कोशिश है कि किसानों को इसका मुआवजा मिल सके। अब किसानों की उम्मीद प्रशासन पर टिकी हैं।

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