बैडमिंटन खिलाड़ी मोहित शर्मा की मदद के लिए आईएएस अकिल बख़्शी ने बढ़ाया मदद का हाथ

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:- बैडमिंटन में नेशनल स्कूल गेम में गोल्ड जितने वाली हिमाचल टीम का हिस्सा रहे है मोहित

:- बोले-उभरती प्रतिभाओं को उचित मंच ना मिलना खिलाड़ियों का दुर्भाग्य

:- बोले-स्थानीय विधायक, पूर्व विधायक व अन्य संस्थाओं को आगे आकर मोहित की करनी चाहिए आर्थिक मदद

आवाज़ ए हिमाचल 

स्वर्ण राणा, नूरपुर। रणजीत बक्शी जनकल्याण सभा के अध्यक्ष आईएएस अकिल बक्शी आज बैडमिंटन खिलाड़ी मोहित शर्मा के घर सदवां पहुंचे। मोहित शर्मा हिमाचल प्रदेश की नैशनल स्कूल गेम में गोल्ड मैडल जीतने वाली टीम का हिस्सा रहे है। मोहित बैडमिंटन के बहुत ही उम्दा खिलाड़ी है लेकिन अब उन्हें आगे बढ़ने के लिए चंड़ीगढ़ की एकेडमी में प्रशिक्षण लेना पड़ेगा जिसके लिए लगातार धन की आवश्यकता पड़ेगी। इसी के चलते अकिल बख़्शी ने मोहित के पिता को 25 हजार रुपये की आर्थिक मदद कर उनकी हौंसला अफजाई की। उन्होंने कहा कि नूरपुर क्षेत्र के बच्चो को खेलो में आगे बढ़ने के लिए उचित मंच उपलब्ध न होना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। अकिल बक्शी ने कहा की मोहित का शाल और टोपी पहना कर स्वागत तो जरूर किया गया मगर उसे अपने खेल को आगे जारी रखने के लिए आर्थिक सहायता करने के लिए अभी तक बहुत कम लोग आगे आए है। उन्होंने स्थानीय विधायक, पूर्व विधायक व अन्य संस्थाओं को आगे आकर मोहित की आर्थिक सहायता करने की अपील की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आगे बढ़ने के लिए वो सुविधाएं उपलब्ध नही है जो इस खिलाड़ी को चाहिए। इसलिए इसे अपने खेल को जारी रखने के लिए प्रदेश से बाहर जाकर कोचिंग लेने की आवश्यकता है जिसमे भारी खर्च आता है। ऐसे में मध्यवर्गीय परिवार के लिए यह खर्च उठाना काफी मुश्किल होता है। उन्होंने कहा कि अगर सभी मिलकर इस होनहार खिलाड़ी की मदद करे तो ये न केवल अपने शहर नूरपुर बल्कि प्रदेश और देश का नाम भी रोशन करेगा।

वहीं पहली बार नैशनल स्कूल गेम में विजेता रही हिमाचल बैडमिंटन टीम का हिस्सा रहे मोहित के पिता सुरेश धीमान ने सरकार की बेरुखी पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि आज दो महीने से ज्यादा का समय हो गया परंतु आज तक सरकार ने बच्चो की पीठ थपथपाने के लिए बुलाना भी उचित नहीं समझा। ऐसे में किसी अन्य प्रकार की सहायता की उम्मीद ही सरकार से क्या की जा सकती है। उन्होंने कहा कि वह निजी स्कूल में अपनी सेवाएं दे रहे है व प्रदेश के बाहर बच्चे को कोचिंग दिलाना उनकी पहुंच से बाहर है लेकिन फिर भी किसी तरह से बच्चे के भविष्य को देखते हुए उन्होंने स्टार एकेडमी में कोचिंग के लिए भेजा है, जिसका हर महीने लगभग 25हजार रूपए का खर्च है जिसे वह अधिक समय तक वहन नहीं कर सकते। उन्होंने 25हजार रूपए की सहायता करने के लिए अकिल बक्शी का धन्यवाद किया। वहीं उन्होंने बताया कि स्थानीय विधायक रणवीर सिंह निक्का ने 11हजार रूपए व भविष्य में भी सहायता करने का आश्वासन दिया, स्कूल की एक अध्यापिका ने 51सौ रुपए व सदवा छिंज मेला कमेटी ने 31सौ रुपए का सहयोग किया। उन्होंने सरकार से मांग की है कि खेलो में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली खिलाड़ियों को आगे बढ़ने के लिए उचित मंच व आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाए।

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