आवाज-ए-हिमाचल
4 दिसम्बर : कांगड़ा किसान समूह ने सरकार से लोगों को बेसहारा पशुओं के आतंक से बचाने की गुहार लगाई है । किसान समूह का कहना है कि बेसहारा पशुओं का आतंक अब लोगों पर भारी पड़ रहा है l यह किसानों की फसल उजाड़ने के साथ अब लोगों पर हमले भी करने लगे हैं । शाहपुर के कैरी गांव में एक बेसहारा बैल द्वारा एक व्यक्ति पर जानलेवा हमला किया जाना इसका ताजा उदाहरण है । आज मुंहयमन्त्री जयराम ठाकुर को भेजे ज्ञापन में किसान समूह ने कहा है कि बेसहारा पशुओं के खोफ से किसान अपने खेतों को खाली रखने पर मजबूर होने लगे हैं जिस कारण किसान आर्थिक रुप से भी कमजोर होने लगे है l भूख के कारण अब यह
बेसहारा पशु लोगों के घरो का रुख भी करने लग पडे है l लोगों की किचन गार्डनिंग बर्वाद करने के साथ साथ यह पशु उनके घरों का सामान भी तोड देते हैं l ज्ञापन देने वालों में कांगड़ा किसान समूह के अध्यक्ष राकेश चौहान, मुख्य सलाहकार अजय पंकिल, महासचिव रिहाडू राम, सलाहकार प्रकाश चौधरी व रमेश शर्मा, राजकुमार, केेेवल शर्मा, राजमल, कुलभूषण, सुनील धीमान व वतन आदि सहित कुछ अन्य लोग शामिल थे ।इनका कहना है कि शासन, प्रशासन व स्थानीय निकायों द्वारा इस गंभीर समस्या की अनदेखी किए जाने से जनता निराश है क्योंकि यह समस्या घटने के बजाए निरंतर बढ़ती जा रही है । ज्ञापन में मांग की गई है कि पशुओं को बेसहारा छोडने के मामले में एक कठोर नीति बनाई जाए जिसमे सख्त सजा का प्रावधान हो और जब तक यह समस्या दूर नहीं हो जाती तब तक हर प्रभावित किसान को प्रति कनाल जमीन के हिसाब से एक निश्चित आर्थिक मदद निर्धारित की जाए ताकि किसानो को कुछ राहत मिल सके l