आवाज़ ए हिमाचल
04 जून।प्रदेश के बेरोजगार वेटरनरी फार्मासिस्टों ने आज एसडीएम शाहपुर के माध्यम से मुख्यमंत्री व पशुपालन मंत्री को ज्ञापन भेजा। इस अवसर पर बेरोजगार वेटरनरी फार्मासिस्ट साहिल चौधरी , साहिल मेहरा ने बताया कि प्रदेश में दो साल से भी अधिक का समय हो चुका है,परंतु सरकार द्वारा बेरोजगार वेटरनरी फार्मासिस्टो को नई पंचायतों में रोजगार देने हेतु कोई कदम नही उठाया गया है । बेरोजगार वेटरनरी फार्मासिस्टों ने बताया की प्रदेश मे नई पंचायतों का गठन प्रदेश सरकार द्वारा किया गया है तथा सरकार बेरोजगार बैठे वेटरनरी फार्मासिस्टो को वहां नियुक्ति देकर रोजगार प्रदान कर सकती है । उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की है कि पंचायत वेटरनरी सहायक को पांच वर्ष में रेगुलर करने हेतु एक स्थाई पॉलिसी का निर्माण किया जाए । उन्होंने कहा की प्रदेश में कार्यरत पंचायत वेटरनरी सहायक को इतनी महंगाई में भी केवल सात हजार मासिक वेतन दिया जा रहा है । यह वेतन एक दिहाड़ीदार की मासिक कमाई से भी कम है। प्रदेश सरकार द्वारा हर वर्ग को ध्यान में रखते हैं उनके मासिक वेतन में वृद्धि की गई है,केवल पशुपालन विभाग के पंचायत वेटरनरी सहायक को इससे अछूता रखा गया । उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की है कि पंचायत वेटरनरी सहायक के न्यूनतम वेतन 12,910 रुपए किया जाए । उन्होंने सरकार से मांग की है कि पंचायत वेटरनरी सहायक को पांच वर्ष में वेटरनरी फार्मासिस्ट के पद पर नियमित करने किया जाए। विधानसभा चुनावों से पहले बेरोजगार वेटेरिनरी फार्मासिस्टों को नई पंचायतों मे नियुक्ति दी जाए तथा हमारी अन्य मांगो को भी पूरा किया जाए।