आवाज़ ए हिमाचल
शिमला। हिमाचल प्रदेश में बारिश व ओलावृष्टि के कारण पिछले दो महीनों में 108 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में पहली मार्च से लेकर अब तक कुल 108.66 करोड़ रुपए के नुकसान का आकलन किया गया। इसमें कृषि क्षेत्र को 40.59 करोड़, जबकि बागबानी क्षेत्र में 30.31 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। वहीं जलशक्ति विभाग में 22.18 करोड़ रुपए के नुकसान का आकलन है। प्रदेश में मार्च महीने से लेकर अब तक प्रदेश में हुए अलग-अलग हादसों में 199 लोग मौत का शिकार हुए हैं। इनमें सबसे ज्यादा मौतें सडक़ हादसों में हुई है। सडक़ हादसों में कुल 139 लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा डूबने से सात, भू-स्खलन से तीन, पहाड़ों या पेड़ से गिरने पर 43, आग की घटना में एक और अन्य घटनाओं में दो लोगों की मौत हुई है। वहीं बुधवार को भी सुबह से ही राजधानी शिमला सहित प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश का दौर जारी रहा।
वहीं प्रदेश के ऊपरी क्षेत्रों में बर्फबारी भी दर्ज की गई है। लाहुल-स्पीति जिला की ऊंची चोटियों और कुल्लू जिला के अटल रोहतांग टनल में बर्फबारी दर्ज की गई है। पिछले कई दिनों से हो रही लगातार बारिश से प्रदेश में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बारिश के कारण मैदानी क्षेत्रों में जहां कटी हुई व खड़ी गेंहू की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है, तो वहीं ऊपरी क्षेत्रों में सेब की फसल को भी नुकसान हुआ है। प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के कारण तापमान में काफी ज्यादा गिरावट आई है। मई के महीने में जहां प्रदेश में अधिकतम तापमान मैदानी क्षेत्रों में 40 डिग्री के करीब पहुंच जाता था, तो वहीं बुधवार को प्रदेश सबसे ज्यादा तापमान हमीरपुर जिला में 28.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। वहीं राजधानी शिमला में अधिकतम तापमान 16.2 डिग्री सेल्सियस, सुंदरनगर में 22, कल्पा में 8.4, केेलांग में 10.1, धर्मशाला में 20.2, सोलन में 17, कांगड़ा में 25.9, बिलासपुर में 26.9 और ऊना जिला में 24.8 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया है। इसके अलावा केलांग में न्यूनतम तापमान 1.6, कुकुमसेरी में 3.8, नारकंडा में 4.4, कल्पा में 5.8, डलहौजी में 6.0, मनाली-कुफरी में 6.2, शिमला में 8.5, धर्मशाला में 11.4, ऊना में 15.5 और नाहन में 17.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।