आवाज़ ए हिमाचल
शिमला। प्रदेश में चल रहे सीमेंट कंपनी के विवाद को सुलझाने के लिए गुरुवार को ट्रक ऑपरेटर, सीमेंट कंपनी, हिमकॉन कंपनी और प्रशासन के बीच हुई सीमेंट को लेकर हुई बैठक फिर बेनतीजा रही। ट्रक ऑपरेटर्स को गुरुवार को फिर से प्रशासन की तरफ से आश्वासन दिया गया कि इस मामले पर शुक्रवार को नोटीफिकेशन जारी की जाएगी। वहीं, ट्रक ऑपरेटरों का कहना है कि 28 दिन का लंबा समय हो चुका है, लेकिन अभी तक किसी नतीजे तक नहीं पहुंचे हैं। राकेश ठाकुर ट्रक यूनियन के अध्यक्ष ने कहा कि गुरुवार को उद्योग निदेशक, ट्रांसपोर्ट निदेशक, ट्रक यूनियन की बैठक हुई बैठक में पुरानी हुई बैठकों में दिए गए कंपोनेंट पर चर्चा हुई। हिमकॉन कंपनी का तर्क है कि फ्यूल की एवरेज प्रति किलोमीटर ट्रक ऑपरेटर अढ़ाई रुपए बता रहे हैं, जबकि कंपनी साढ़े तीन रुपए बता रही है।
राकेश ठाकुर ने बताया कि गाड़ी की सालाना माइलेज 20 से 25 हजार तक गाड़ी चलेगी और कंपनी की ओर से तर्क 50 हजार किलोमीटर तक का दिया गया है। इन सभी मुद्दों पर बैठक में हुई सब कमेटी के अधिकारियों ने चर्चा की। अब सब कमेटी की ओर से आश्वासन दिया गया कि मामले पर शुक्रवार को नोटीफिकेशन जारी की जाएगी। कंसल्टेंट कंपनी हिमकॉन ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है। सीमेंट के मालभाड़े के रेट तय करने के लिए हिमकॉन को कंसल्टेंट के तौर नियुक्त किया था, जिसे सीमेंट ढुलाई के रेट को लेकर रिपोर्ट तैयार करके सरकार को सौंपने के लिए कहा गया था। कंपनी की ओर से रिपोर्ट सौंप दी गई है। रिपोर्ट में बताया गया है कि 11-16 और 24 टन के ट्रक में कितना खर्चा पड़ रहा है और प्रॉफिट कितना जा रहा है, इन सब का आकलन करके मालभाड़े का नया रेट तय किया है। शिमला में प्रधान सचिव परिवहन की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद सीमेंट ढुलाई के रेट को लेकर अधिसूचना जारी की जा सकती है।