आवाज़-ए-हिमाचल
25 अक्टूबर : बिलासपुर-लेह रेल लाइन के सर्वे को तुर्की के जियोलॉजिस्टों को भारत आने की अनुमति मिल गई है। अभी अंतरराष्ट्रीय हवाई सेवा बंद है लेकिन इस परियोजना के महत्व को समझते हुए सरकार ने तुर्की के सीनियर जियोलॉजिस्टों को विशेष अनुमति दी है। परियोजना निदेशक के आग्रह पर सरकार ने यह अनुमति दी है। अपने एक माह के दौरे के दौरान टीम लद्दाख से बैरी तक रिफाइन सर्वे पूरा करेगी। वहीं, जियोलॉजिकल मैपिंग सहित टनल और पुलों के लिए पक्के पहाड़ों टेस्टिंग करेगी। सामरिक, सुरक्षा और पर्यटन की दृष्टि से रक्षा मंत्रालय का अति महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट बिलासपुर-लेह रेललाइन का लेडार सर्वे पूरा हो चुका है। जियोलॉजिकल मैपिंग और जियोलॉजिकल टेस्टिंग के लिए तुर्की से अंतरराष्ट्रीय सीनियर जियोलॉजिस्ट हिमाचल आने थे। लेकिन कोरोना की वजह से अंतरराष्ट्रीय हवाई सेवा बंद हो गई और यूक्सेल तुर्की कंपनी की जूनियर टीम को ही यह सर्वे पूरा करना पड़ा। लेकिन प्रोजेक्ट के महत्व को समझते हुए रेललाइन के परियोजना निदेशक हरपाल सिंह ने तुर्की की टीम को भारत लाने के लिए सरकार से विशेष आग्रह किया गया था। नवंबर के पहले हफ्ते टीम हिमाचल पहुंचेगी। यह टीम यहां एक माह तक रुकेगी और रेललाइन के सर्वे की रिफाइन रिपोर्ट तैयार करेगी ताकि भविष्य में इसके निर्माण के लिए किसी समस्या का सामना न करना पड़े। रेललाइन अलाइनमेंट में जहां-जहां संशय है, टीम उस पर काम करके उसे क्लीयर करेगी