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अभिषेक मिश्रा, बिलासपुर।
12 जुलाई। “आजादी का अमृत महोत्सव” श्रृंखला के अंतर्गत भाषा एवं संस्कृति विभाग बिलासपुर द्वारा श्री रामानुज संस्कृत महाविद्यालय पंजगाईं में मंगलवार को व्यास पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाया गया। अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। विद्यार्थियों ने सरस्वती वंदना तथा स्वागत गीत प्रस्तुत किया। विभाग द्वारा इस अवसर पर व्याख्यान माला का आयोजन किया गया, जिसमें गुरु नानक देव विश्वविद्यालय के पूर्व संस्कृत अध्यक्ष साहित्य शिरोमणि डॉक्टर लेख राम शर्मा ने वैदिक साहित्य में व्यास पूर्णिमा के महत्व पर व्याख्यान दिया।
घुमारवीं से राजकीय कॉलेज के पूर्व प्रधानाचार्य डॉक्टर लेख राम शर्मा ने वर्तमान संदर्भ में गुरु पूर्णिमा की प्रासंगिकता पर विस्तार से व्याख्यान दिया। प्रधानाचार्य श्याम लाल शर्मा ने वैदिक साहित्य में गुरु का महत्व पर विशेष रूप से प्रकाश डाला।
अंत में महाविद्यालय के संरक्षक संचालक स्वामी राम मोहन दास जी महाराज ने गुरु के महत्व पर प्रकाश डालते हुए शिष्य को महत्वपूर्ण माना।
इस अवसर पर राज्य संस्कृत संघ के नवनिर्वाचित अध्यक्ष डॉ. मनोज शैल भी उपस्थित रहे। अंत में भाषा अधिकारी रेवती सैनी ने सभी का धन्यवाद करते हुए कार्यक्रम का समापन किया।