आवाज़ ए हिमाचल
अभिषेक मिश्रा,बिलासपुर
28 अक्टूबर।उपायुक्त पंकज राय ने कहा कि राजस्व अधिकारियों को राजस्व कार्यों को प्राथमिकता देते हुए निर्धारित लक्ष्यों को समयबद्ध तरीके से पूरा करना चाहिए ताकि लोगों को अपने राजस्व से सम्बन्धित मामलों में त्वरित न्याय मिल सके। उन्होंने कहा इससे जहां अधिकारियों की कार्यकुशलता बढे़गी, वहीं कार्यप्रणाली में भी पारदर्शिता आएगी।उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग सीधे तौर पर आम आदमी से जुड़ा हुआ विभाग इसलिए राजस्व अधिकारी लोगों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए कार्य करें। उन्होंने राजस्व अधिकारियों को एक वर्ष या इससे अधिक समय से निशानदेही के लम्बित मामलों को एक महीने में तथा इंतकाल के लम्बित मामलों को 6 महीने में, भूमि विभाजन के मामलों को तीन महीने के भीतर निपटाने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी राजस्व अधिकारियों को लम्बित आपराधिक मामलों को समयबद्ध तरीके से निपटाने के निर्देश दिए। उन्होंने 7 करोड़ 20 लाख रुपये से अधिक की बसूली के मामलों में भी तेजी लाने के निर्देश दिए।उन्होंने कहा कि डिमारकेशन के आवेदन पत्र केवल आॅनलाईन ही स्वीकार किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त डिमारकेशन व ई हिमभूमि के अंतर्गत भूमि रिकाॅर्ड, जमाबंदी तथा मुसावी का डिजीटलीकरण आदि कार्यों को आॅनलाईन निपटाने के लिए जिला के सभी पटवारियों को प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
उपायुक्त ने जिला में विभिन्न पटवारखानों व कानूनगो भवनों तथा रिकाॅर्ड रूम के निर्माण व मुरम्मत कार्यों को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि योग्य भूमिहिन लोगों को 2 बिस्वा भूमि प्रदान करने के बारे में सरकार से स्पष्टीकरण लिया जा रहा है।उन्होंने सभी उपमण्डाधिकारियों को मुख्यमंत्री सेवा संकल्प के तहत प्राप्त होने वाली शिकायतों का निपटारा निर्धारित समयावधि में करना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि किसान सम्मान निधि से अयोग्य लोगों को प्राप्त हुई धनराशि को पटवारी द्वारा घर-घर जाकर वसूला जाएगा तथा वसूली अदा न करने वाले बकाएदारों के नाम समाचार पत्रों में प्रकाशित किए जाएंगे।उन्होंने सभी उपमण्डाधिकारियों को अपने अधीन सभी कर्मचारियों और अधिकारियों की वैक्सिनेशन रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।बैठक में इंतकाल, विभाजन, सीमांकन, राजस्व प्रविष्ठियों का सुधार, अतिक्रमण तथा भू-राजस्व के बकाया की वसूली आदि विभिन्न मुद्दों पर भी चर्चा की गई।इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त तोरूल रवीश, जिला राजस्व अधिकारी देवी राम, एसडीएम सदर सुभाष गौतम, एसडीएम घुमारवीं राजीव ठाकुर, एसडीएम झण्डूता नरेश वर्मा, एसडीएम स्वारघाट योगराज धीमान सहित जिला के सभी तहसीलदार व नायब तहसीलदार उपस्थित रहे।