आवाज़ ए हिमाचल
अभिषेक मिश्रा, बिलासपुर
18 मई।बिलासपुर अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग की तीसरी मंजिल पर कोविड केयर सेंटर बनाया गया है तथा बीते कल आयुर्वेदिक अस्पताल में बनाए गए कोविड सेंटर से सभी मरीजों को यहां पर शिफ्ट कर दिया गया है। लेकिन यहां पर मरीजों के साथ आए तिमारदार बेझिझक इधर उधर घूम रहे हैं तथा बाद में यही लोग अपने घरों और बाजार आदि को भी जा रहे हैं। ऐसी लापरवाही किसी बड़े कोरोना ब्लास्ट को दावत दे रही है। एक मरीज के साथ आए चार-चार लोगों की चहल कदमी से वहां पर तैनात स्टाफ को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसी संवेदनशील मसले पर अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. एनके भारद्वाज ने माना कि ऐसी स्थिति बनी लेकिन पुलिसकर्मियों और अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था में लगे कर्मचारियो को बुलाकर लोगों को हाथ जोड़कर वक्त की नजाकत का वास्ता देकर कोविड वार्ड से दूरी बनाए रखने के लिए कहा। यहीं नहीं जो लोग वार्ड में रहें, उन्हें भी कोरोना टैस्ट करवाने का आग्रह किया गया है ताकि यह संक्रमण न फैले। एमएस डा. भारद्वाज ने बताया कि जो मरीज चलने फिरने में असमर्थ हैं उनके साथ एक अटैंडेंट रह सकता है। इन परिस्थितियों को अस्पताल प्रशासन बखूबी समझता है तथा इसकी अनुमति भी प्रदान करता है। लेकिन मरीजों से ज्यादा तिमारदारों का वार्ड में होना समस्या का आभास देता हैं। डा. भारद्वाज ने कहा कि अब डिजीटलाइजेशन का जमाना है तथा लोग से मरीजों से साधारण एवं विडियो काॅल्स कर सकते हैं। लेकिन संक्रमण के इस दौर में यदि तिमारदार भी लपेटे में आ जाते हैं तो उनकी तिमारदारी की चेन स्वत ही बढ़ती जाएगी। उन्होंने कहा कि यह समय संयम और समझदारी से काम लेने का है। एमएस ने हैरानी जताते हुए कहा कि लोग किसी की भी नहीं सुन रहे हैं, वार्ड में स्टाफ को काम करना मुश्किल हो रहा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में सहायता एवं सेनेटाइजेशन करने वालों की भी भरमार है। लेकिन प्रदेश को शर्मशार करने वाली कोरोना मृतकों की तस्वीरें सभ्य समाज को झकझोर रहीं है। डा. भारद्वाज ने कहा है कि यदि सेवा ही करनी है तो ऐसे अवसरों पर करें जहां पर वास्तव में मानव की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मृत शरीर के पास जाने से भी अपने तक कतरा रहे हैं जबकि मृत शरीर न तो हाथ मिला सकता है और न ही खांस सकता है। सेवा भाव यदि दिखाना है तो ऐसे स्थानों पर दिखाने की समाज को आवश्यकता है।
जिला अस्पताल बिलासपुर के चिकित्सा अधीक्षक डा. एनके भारद्वाज ने कहा कि अस्पताल प्रशासन कोविड मरीजों के शीघ्र स्वास्थ्य सुधार के लिए दिन रात सेवारत है। संक्रमण के बीच अपनी जान को जोखिम में डालकर चिकित्सक, नर्स, स्वच्छता प्रहरी व अन्य सदस्य अपना दायित्व निभा रहे हैं। ऐसे में जनता से अपील है कि वे स्वयं भी कोविड नियमों का पालन कर, स्टाफ का सहयोग करें।