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अभिषेक मिश्रा, बिलासपुर। वरिष्ठ नागरिक सभागार बिलासपुर में साहित्यिक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें डॉ अनीता शर्मा ने बतौर मुख्य अतिथि अपनी भूमिका निभाई। साहित्यकार वीणा वर्धन को अध्यक्ष बनाया था। कांगड़ा से आई प्रतिभा शर्मा ने विशेष अतिथि के रुप में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। सबसे पहले दिवंगत साहित्यकार यासीन मिर्जा और साहित्यकार सुमन चड्ढा के छोटे भाई के स्वर्गवास हो जाने पर दिवंगत आत्माओं की शांति हेतु दो मिनट का मौन रखा गया। उसके बाद राकेश मन्हास और प्रतिभा शर्मा ने मां सरस्वती का गुणगान किया। व्यास प्रिंट एंड डाई के प्रोपराइटर सुरेंद्र गुप्ता के सौजन्य से गोष्ठी में समय पर पहुंचने वाले पांच साहित्यकारों को पुरस्कार भी दिए गये। सुरेंद्र गुप्ता ने बताया कि आगे के लिए यह इनाम और भी आकर्षक हो सकते हैं। इसलिए सभी साहित्यकार समय पर पहुंचें और पुरस्कार प्राप्त करें। इस संगोष्ठी में डॉ प्रशांत आचार्य की बेटियों उर्वी और श्रेणिका ने भी अपनी-अपनी रचनाएं प्रस्तुत कीं। उनकी सुंदर रचनाओं ने सभी का मन मोह लिया। इस संगोष्ठी में प्रतिभा शर्मा, प्रदीप गुप्ता, रतन चंद निर्झर, डॉक्टर अनीता शर्मा, इंजीनियर अश्वनी सुहील, डॉक्टर जयमहलवाल, कमांडेंट सुरेंद्र शर्मा, वीणा कुमारी वर्धन, अरुण डोगरा रीतु, राकेश मिन्हास, ओंकार कपिल, डॉ प्रशांत आचार्य, हमीद खान, शिवनाथ सहगल तथा कुलदीप चंदेल ने अपनी रचनाएं प्रस्तुत कीं। साहित्यकार निर्झर के की विवाह की वर्षगांठ पर सभी साहित्यकारों ने उनके उज्जवल भविष्य हेतु शुभकामनाएं प्रकट कीं।